कॉलेज ने सैलरी बढ़ाने के नाम पर की थी छंटनी

ना अप्वाइंटमेंट लेटर दिया और ना ही सैलरी का किया खुलासा

BAREILLY: बरेली कॉलेज के एडहॉक टीचर्स का मामला एक बार फिर गर्माने वाला है। एक बार फिर वे कॉलेज के छलावे का शिकार होने वाले हैं। काफी उहापोह के बाद उनकी नियुक्ति तो हो गई लेकिन अभी तक ना तो उन्हें अप्वाइंटमेंट लेटर दिया गया है और ना ही यह पता चल पाया है कि उन्हें कितनी सैलरी मिलेगी। जबकि कॉलेज ने सैलरी बढ़ाने के नाम पर इस सेशन में करीब आधे एडहॉक टीचर्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। इन टीचर्स का शक अब यकीन में बदलते जा रहा है कि कॉलेज वादाखिलाफी के रास्ते पर चल पड़ा है।

क्00 से ज्यादा टीचर्स पढ़ाते थे

बीसीबी के एडहॉक टीचर्स काफी समय से अपनी सैलरी बढ़ाने की डिमांड कर रहे थे। उन्होंने यूजीसी द्वारा निर्धारित सैलरी दिए जाने की डिमांड की थी। इनके प्रपोजल को स्वीकार करते हुए बीसीबी ने इस सेशन से सैलरी बढ़ाने के नाम पर आधे एडहॉक टीचर्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया। करीब भ्म् एडहॉक टीचर्स की नियुक्तियों का रिनुअल किया गया। जबकि क्00 से ज्यादा पढ़ाते थे। इनको 8,000 रुपए पर मंथ तक सैलरी दी जाती थी। जिसे क्ख्,000 रुपए तक बढ़ाने का प्रपोजल स्वीकार किया गया।

कम सैलरी बढ़ने की संभावना

एडहॉक टीचर्स का नए प्रपोजल के आधार पर क् अगस्त से अप्वाइंटमेंट शुरू हुआ। लेकिन अभी तक कॉलेज ने ना तो अप्वाइंटमेंट लेटर जारी किया है और ना ही यह बताया है कि कितनी सैलरी दी जाएगी। यहां तक कि इन्हें अगस्त मंथ की भी सैलरी नहीं दी है। एडहॉक टीचर्स की मानें तो कॉलेज ने जो वादा किया अब उसके खिलाफ काम करने जा रहा है। सोर्सेज की मानें तो महज क्0 परसेंट सैलरी ही बढ़ने की उम्मीद है। यानी करीब 800 रुपए महीना। इस संभावना से एडहॉकट टीचर्स ठगा सा महसूस कर रहे हैं।

भत्ता भी हुआ कम

इस सेशन को एडहॉक टीचर्स को दिए जाने वाले भत्ते में भी कटौती कर दी गई है। दरअसल प्रॉक्टोरियल बोर्ड में शामिल होने वाले एडहॉक टीचर्स को अलग से भत्ता दिया जाता था। लास्ट सेशन तक इन्हें 7भ्0 रुपए महीने भत्ता मिलता था। जो इस सेशन से घटा कर भ्00 रुपए महीना कर दिया गया है।