-वाहन अड्डा हों या कूड़ा घर प्रशासन सबकी कर रहा अनदेखी

- अवैध कब्जों के शिकंजे में जकड़ा हर सड़क का फुटपाथ

UNNAO: अतिक्रमण के शिकंजे में जकड़ा शहर का फुटपाथ कसमसा रहा है। शहर के प्रमुख मार्गो बाजारों की एक भी सड़क ऐसी नहीं है जिसका फुटपाथ अवैध कब्जे के शिकंजे में जकड़ा न हो। पैदल चलने वाले लोग हक पर डांका डालने वालों पर कार्रवाई की राह तक रहे हैं लेकिन प्रशासन फुटपाथ पर कब्जा कर आवागमन के लिए नासूर बने लोगों पर मेहरबानी का रुख अपनाए है।

सबकुछ देखकर भी अंजान

शहर के प्रमुख मार्गों में करीब एक दर्जन वाहन अड्डों का संचालन सड़क से किया जा रहा है। फुटपाथ पर अवैध कब्जे से सबसे अधिक परेशानी महिलाओं को होती है। जिला अस्पताल के निकट, आईबीपी चौराहा के पास, नगरपालिका मार्ग, गांधीनगर, आवास विकास बाईपास तिराहा, नगर पालिका के निकट से हुसैन नगर चौराहा , सिविल लाइंस, रोडवेज अड्डे के सामने से स्टेशन रोड जाने वाले मार्ग, ओवरब्रिज ढाल आदि एक दर्जन स्थानों से वाहन अड्डों का संचालन किया जा रहा है जो पालिका प्रशासन और वर्दीधारियों दोनों के लिए ऊपरी कमाई का जरिया होने से वह इन को हटवाने के नाम पर मौन साधे रहते हैं। जहां तक सड़क से फुटपाथ तक लगने वाले कूड़ा के ढेर का सवाल है तो यह भी पालिका प्रशासन के ही कर्मचारी लगाते हैं। प्रमुख बाजारों के अतिक्रमण में फुटपाथी दुकानदार ही नहीं पक्की दुकाने करने वाले भी पीछे नहीं हैं। ऐसा भी नहीं है कि नागरिकों की समस्या और आवागमन के लिए नासूर बनने वाले अतिक्रमण से प्रशासन अनजान हो। सब कुछ जानने के बाद भी प्रशासन फुटपाथ खाली करने की दिशा में कोई कारगर कदम नहीं उठा रहा है।

अवैध कब्जों में बिजली विभाग सबसे आगे

शहर में ही लगभग एक दर्जन से अधिक स्थान है जहां पर बिजली विभाग ने फुटपाथ पर कब्जा कर रखा है। स्टेट बैंक की मुख्य शाखा के सामने बिजली विभाग ने अपनी मोबाइल ट्रांसफार्मर ट्राली रखकर 5 वर्षों से फुटपाथ पर कब्जा जमा रखा है। इसी प्रकार सिविल लाइंस न्यायालय परिसर के निकट फुटपाथ पर ट्रांसफार्मर रखा है। लोक निर्माण विभाग के सामने भी एक ट्रांसफार्मर रखा हुआ है। ऐसे दर्जन भर से अधिक स्थान हैं जहां पर बिजली के ट्रांसफार्मर का कब्जा है। राहगीरों की जान जोखिम में है।

सबका है अपना अपना दर्द

शहर के फुटपाथों को खाली कराते समय प्रशासन को फुटपाथी दुकानदारों के साथ ही वाहन अड्डा और सड़क व फुटपाथ पर बने कूड़ा घरों को भी हटाना चाहिए। अतिक्रमण विरोधी अभियान न चलाकर चुप्पी साधकर बैठे प्राशसनिक अधिकारियों के विरुद्ध भी कार्रवाई होनी चाहिए। - धीरेंद्र प्रताप सिंह बंधूहार

शहर में अतिक्रमण के संजाल में आम नागरिक कराह रहे हैं। शहर में पैदल चलना जान जोखिम में डालने से कम नहीं है। फुटपाथ खाली कराने के लिए प्रशासन को आगे आना चाहिए।

- नितिन श्रीवास्तव सिविल लाइंस।

अतिक्रमण शहर की यातायात व्यवस्था के लिए नासूर है। सड़क पर वाहनों की भीड़ से खास परेशानी उठानी पड़ती है। हालत यह है कि कूड़े के ढेर से सांस लेना दूभर रहता है। - अमित सिंह, अचार्य नगर

शहर का कोई भी ऐसा मार्ग नहीं है जहां फुटपाथ पर कब्जा न हो। प्रशासन सिर्फ फुटपाथ खाली कराने तक सीमित रहता है पुन: अतिक्रमण न हो इसे लेकर उनकी निगरानी का कोई प्रबंध नहीं करता है।

- सज्जन सिंह, सिविल लाइंस

फुटपाथ को खाली कराने के लिए अतिक्रमण हटाओं अभियान चलाया जाएगा। सार्वजनिक मार्गों पर जमा कूड़ा भी हटवाया जाएगा। सड़क से वाहन अड्डा संचालित करने की छूट किसी को नहीं दी जा सकती है।

- अर्चना द्विवेदी प्रभारी अधिकारी नगर निकाय