एडवोकेट अमेंडमेंट बिल का विरोध कर रहे हैं अधिवक्ता

बार कौंसिल के आह्वान पर सफल रही हड़ताल, बिल की प्रतियां जलाई

ALLAHABAD: बार कौंसिल ऑफ इंडिया व उप्र बार कौंसिल के आह्वान पर शुक्रवार को वकील स्ट्राइक पर रहे। इसके चलते हाई कोर्ट से लेकर तहसील तक की अदालतों में न्यायिक कार्य ठप रहा। वकीलों ने जुलूस निकालकर प्रदर्शन किया और एडवोकेट्स अमेंडमेंट बिल की प्रतियों व आयोग के चेयरमैन जस्टिस वीएस चौहान का पुतला जलाया।

अदालतें बैठीं, वकील नहीं पहुंचे

अधिवक्ताओं की हड़ताल के चलते अदालतें रोज की तरह बैंठी। किन्तु अधिवक्ताओं की गैरमौजूदगी के चलते न्यायिक कार्य नहीं कर सकी और थोड़ी ही देर में आवश्यक कार्य निपटा कर न्यायाधीश अपने चेंबरों में वापस चले गये। अधिवक्ता विधि आयोग की मनमानी सिफारिश से आक्रोशित हैं। इस संशोधन को बार की स्वायत्तता के खिलाफ माना जा रहा है। वकीलों के लाइसेंस निरस्त करने का अधिकार न्यायिक अधिकार देकर वकीलों की निर्भीकता को समाप्त किया जा रहा है। वरिष्ठ अधिवक्ता वीपी श्रीवास्तव अध्यक्ष अनिल तिवारी, महामंत्री सुरेश चंद्र पांडेय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मंगला प्रसाद त्रिपाठी, उपाध्यक्ष राहुल पांडेय, अमित कुमार, पंकज उपाध्याय, अजय कुमार मिश्र, आलोक शुक्ला, सारिका शर्मा सहित सभी कार्यकारिणी सदस्य शामिल थे। कस्टम, सेंट्रल इक्साइज, अपीलेट अधिकरण इलाहाबाद में भी न्यायिक कार्य ठप रहा। बार अध्यक्ष एपी माथुर, मंत्री निशांत मिश्र, अशोक सिंह, आरसी शुक्ल, वीकेएस रघुवंशी ने विरोध प्रदर्शन किया। कैंट इलाहाबाद व बोर्ड ऑफ रेवेन्यू में भी न्यायिक कार्य नहीं हुआ। यंग लायर्स के संतोष त्रिपाठी, जेबी सिंह, बीडी पांडेय, आरपी तिवारी ने भी विरोध किया।

डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में भी रहा सन्नाटा

जिला अधिवक्ता संघ की तरफ से शुक्रवार को एक बैठक की आहूत की गई। अध्यक्ष राकेश कुमार तिवारी व कार्यवाहक मंत्री मंजेश कुमार शुक्ला ने आम सभा के मध्यम से कार्य से बहिष्कार का निर्णय लिया। इसके बाद सैकड़ों की संख्या में सभी अधिवक्ता एकत्र होकर बार अध्यक्ष के नेतृत्व में ला कमीशन के चेयरमैन का पुतला दहन किया। संघ की तरफ से प्रधानमंत्री, विधि मंत्री, राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपकर तथा प्रस्तावित संशोधन बिल को निरस्त किए जाने की मांग की गई। सभा में इंन्द्रेश मिश्र, विरेन्द्र शुक्ला, देवेन्द्र प्रताप सिंह, शीतला प्रसाद मिश्र, कृष्ण बिहारी तिवारी, उमाशंकर तिवारी, संतोष यादव समेत सैकड़ों की संख्या में अधिवक्तागण मौजूद थे।