अधिकारी हुए फेल लोगों ने ढूढ़ा बच्चे को

आगरा। काजीपाड़ा में रात भर स्थिति तनावपूर्ण रही। रात में भी फोर्स की तैनाती बरकरार थी। मौके पर अधकारी मौजूद थे। क्षेत्र के लोग व पीएसी के जवान लगातार बालक की खोज में लगे हुए थे। लेकिन सफलता हाथ नहीं लग पा रही थी। तनाव भी बना हुआ था। प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए थे। बवाल की आशंका के चलते चप्पे चप्पे पर फोर्स तैनात किया गया था। सुबह करीब ग्यारह बजे बच्चे का शव नाले में एक पाइप लाइन में फंसा मिला। शव निकलते ही एक बार फिर लोगों में आक्रोश फूट पड़ा था लेकिन फोर्स होने के चलते लोग अधिक बवाल नहीं काट सके। इसी के बाद परिजन शव को लेकर उसके घर चले गए जहां पर उसको दफन कर दिया गया।

रात भर चला आपरेशन

नाले में डूबे आठ वर्षीय अभय को ढूढ़ने में सैकड़ों लोगों का योगदान रहा। सोमवार शाम से लोगों की भीड़ भारी संख्या में नालों में उतर कर उसकी तलाश कर रही थी। साथ में पीएसी के जवान भी तलाश में थे। इस दौरान नगर निगम की छह जेसीबी मशीन के द्वारा नालों की सफाई का काम शुरु करवा दिया था।

रात से सुबह तक रहा तनाव

घटना के बाद से लोगों में आक्रोश बना हुआ था। कब क्या हो जाए इस बात को लेकर प्रशासन को टेंशन बनी हुई थी। मौके पर पीएसी तो थी लेकिन बिगड़ते हालातों पर काबू पाने के लिए उसे भी पसीना बहाना पड़ रहा था। लोग इस आड़ में आधी रात तक मौके पर जुटे हुए थे कि बच्चा मिल जाए लेकिन रात भर की कोशिशों का परिणाम जीरो रहा था। सुबह लोगों को सफलता मिल गई थी।

नाले के एंड में मिली बॉडी

सुबह लगातार तलाश जारी थी। क्षेत्रिए लोग रामलीला मैदान के समीप नाले में भी बालक की तलाश कर रहे थे। उधर क्षेत्र में नाले में लगातार तलाश जारी थी। सेना के लोग भी आए हुए थे। करीब ग्यारह बजे बालक का शव नाले के अंतिम छोर पर एक पाइप में अटका हुआ मिल गया। लोगों ने उसे तुरंत नाले से बाहर निकाला।

बालक के मिलते ही मची भगदड़

पूर्वाह्न ग्यारह बजे अभय का शव रामलीला ग्राउंड से सटे नाले में फंसा मिल गया। लोगों ने बताया कि वहां पर भारी मात्रा में कूड़ा अटका हुआ था वहीं पर एक पाईप में बच्चा फंसा हुआ था। यदि बच्चा वहां नहीं फंसा होता तो सीधा यमुना में चला जाता और फिर उसे ढूढ़ पाना मुश्किल हो जाता

बालक के मिलने की सूचना पर मची भगदड़

बच्चे के नाले में मिलने सूचना बस्ती में आग की तरह फैल गई थी। लोगों नाले की तरफ दौड़ लगा दी थी। इस दौरान फोर्स एलर्ट हो गया। फोर्स ने बच्चे को लेने का प्रयास किया था लेकिन लोगों ने बच्चे को नहीं दिया।

प्लानिंग के साथ लेकर निकाल ले गए बच्चे को

उस दौरान अफवाह मच गई कि लोग हंगामा करने डीएम आवास और रावली पर जा रहे हैं। इसी के बाद फोर्स व अधिकारी डीएम आवास व रावली पहुंच गए थे। उसी बीच परिजन उसे लेकर फाउण्ड्री नगर स्थित घर ले गए थे जहां पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।