छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : स्टील सिटी के अस्पतालों में हंगामा,मारपीट और तोड़फोड़ की घटना आम होती जा रही है। खासकर इलाज को लेकर मरीज व उनके सगे-संबंधियों और अस्पताल के कर्मियों के बीच विवाद व मारपीट की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। गुरुवार को एमजीएम में बच्चे की मौत के बाद हंगामा बरपा तो शुक्रवार को जुगसलाई स्थित राजस्थान सेवा सदन में पेशेंट की मौत के बाद मामला गरमा गया। दो दिन में दो अस्पतालों में हंगामा होना अस्पतालों की सेहत' अच्छा नहीं होने का इशारा कर रही है। यह न तो अस्पताल प्रबंधन के हित में है औ न ही पेशेंट्स के।

मौत के बाद परिजनों का हंगामा

जुगसलाई स्थित राजस्थान सेवा सदन में एडमिट पेशेंट की मौत के बाद उसके परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया। इनका आरोप है कि मरीज के इलाज में लापरवाही बरती गई। सेवा सदन में हंगामे की जानकारी मिलने के बाद मौके पर पुलिस पहुंची और मामले को शांत कराया।

रात में नहीं था कोई डॉक्टर

किताडीह निवासी 37 वर्षीय सत्यनारायण यादव की तबीयत बिगड़ने पर परिजनों द्वारा उसे ट्रीटमेंट के लिए जुगसलाई स्थित राजस्थान सेवा सदन हॉस्पिटल में एडमिट किया गया। इसी बीच गुरूवार की रात सत्यानारायण यादव की तबीयत अचानक काफी बिगड़ गई। ऐसी हालत में उसके परिजन देर रात तक यहां डॉक्टर और अन्य स्टाफ्स को खोजते रहे, पर कोई नहीं मिला।

बेड से नीचे गिरे, मौत

इस बीच पेशेंट की तबीयत बिगड़ती ही जा रही थी, लेकिन हॉस्पिटल के न तो किसी डॉक्टर और न ही स्टाफ्स ने पेशेंट की सुध ली। इस दौरान सत्यानारायण यादव की बेचैनी बढ़ गई और इस वे बेड से नीचे गिर पड़े। बेड से नीचे गिरने के कारण उनके सिर में चोट लगी और उनकी मौत हो गई।

हॉस्पिटल मेंहंगामा व तोड़-फोड़

पेशेंट की मौत के बैद मृतक के फैमिली मेंबर्स के साथ आस-पास के लोग भी मौके पर पहुंच गए और हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान लोगों ने हॉस्पिटल में तोड़-फोड़ भी की। हॉस्पिटल के कर्मचारियों को भी लोगों के आक्रोश का शिकार बनना पड़ा। गुस्साए लोगों ने उनके साथ भी धक्का-मुक्की की। इस बीच मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची व लोगों को समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। आक्रोशित लोग मृतक के परिजनों को मुआवजा की मांग कर रहे थे।

हॉस्पिटल प्रबंधन देगा नौकरी और मुआवजा

इधर, मामले की जानकारी मिलते ही झामुमो जिला अध्यक्ष रमेश हांसदा, कांग्रेसी नेता आनंद बिहारी दुबे, महिला जागृति मंच की प्रदेश सचिव अल्पना बोस सहित अन्य मौके पर पहुंची। इन सबों की मौजूदगी में हॉस्पिटल प्रबंधन के साथ वार्ता हुई। इस दौरान प्रबंधन ने मृतक की सातों बेटियों को 60-60 हजार रुपए देने के साथ ही मृतक की पत्नी को नौकरी देने की भी सहमति दी।

ऑटो ड्राइवर था सत्यनारायण

जानकारी के मुताबिक, कीताडीह ग्वाला पाड़ा निवासी सत्यनारायण यादव ऑटो ड्राइवर था और ऑटो चलाकर वह अपना व अपनी फैमिली का पेट पालता था। उसकी 7 बेटियां हैं। अब उसकी फैमिली के समक्ष जीविकोपार्जन की समस्या उत्पन्न हो गई है।

गुरुवार को एमजीएम में हंगामा

राजस्थान सेवा सदन में हंगामा के एक दिन पहले गुरुवार को एमजीएम में भी एक बच्चे की मौत के बाद उसके परिजनों ने जमकर हंगामा किया था। आजादबस्ती स्थित मिल्लतनगर निवासी मो। शहजाद ने बताया कि बच्चे को सांस लेने में तकलीफ और बुखार होने पर उसे पांच दिन पहले ही हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था। उसने डॉक्टर्स पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि बच्चे का सही इलाज नहीं होने की वजह से उसकी मौत हो गई। उधर, एमजीएम हॉस्पिटल मैनेजमेंट का कहना था कि बच्चे के इलाज में कोई कोताही नहीं बरती गई।