- मुस्लिम धर्मगुरुओं ने चांद देखने के बाद दी बधाई
- चांद के दीदार के बाद मार्केट में बिखरी रौनक
LUCKNOW(25 June): देश भर में शिया सुन्नी समुदाय के लोग मंडे को ईद का त्यौहार मनायेंगे। संडे को चांद देखने के बाद मरकजी चांद कमेटी के सदर मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने ईद मनाने का ऐलान किया। साथ ही अपनी और मरकजी चांद कमेटी की ओर से मुसलमानों को ईद की मुबारकबाद दी है। सुन्नी समुदाय के लोग सुबह दस बजे ऐशबाग ईदगाह में ईद की नमाज अदा करेंगे। इसके बाद एक दूसरे के गले मिलकर लोगों को ईद की बधाई देंगे। वहीं शिया धर्म गुरु मौलाना सैफ अब्बास ने भी चांद देखने की तस्दीक की। शिया समुदाय के लोग आसिफी इमामबाड़े 11 बजे नमाज अदाकर एक दूसरे के गले मिलकर ईद की मुबारकबाद देंगे।
चांद रात में िबखरी रौनक
ईद के चांद के ऐलान के साथ बाजारों में रौनक बढ़ गई। लोग ईद के तैयारियों के लिए बाजारों में देर रात तक खरीदारी करते रहे। मगरिब के नमाज के बाद एक दूसरे को चांद की मुबारकबाद देने लगे। चांद रात को ईद की रौनक बाजारों में दिखी। चांद दिखते ही राजधानी के बाजार गुलजार हो गए। हजरतगंज की प्रिंस मार्केट में लोगों ने खूब खरीदारी की। इसके अलावा अमीनाबाद, नजीराबाद, नक्खास, चौक, आलमबाग समेत कई जगहों की मार्केट पूरी रात खुली रही। बच्चों से लेकर बड़ों तक हर तरह के मेंस गारमेंट्स इस मार्केट में मौजूद है। इसके अलावा अमीनाबाद, हजरतगंज की जनपथ की मार्केट में भी रात भर भीड़ रही।
शॉपिंग मॉल में भी दिखी भीड़
ईद की तैयारियों में बाजार के अलावा मॉल में भी ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। लोगों ने मॉल में भी ईद के त्यौहार में जबरदस्त डिस्काउंट का भरपूर फायदा उठाया। ग्राहकों को हर शोरुम में 20 से लेकर 50 प्रतिशत तक का डिस्कांउट ऑफर मिला।
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ईद की नमाज से पहले अदा करें फितरा
ईद के अवसर पर निकाले जाने वाला सदका और जकात ईद की नमाज से पहले निकालना जरूरी है। फितरे की रकम गरीबों को दी जानी चाहिए ताकि वह भी ईद की खुशी मना सके। हर साल ईद से पहले शिया-सुन्नी उलमा की ओर से सदका-ए-फित्र की रकम तय की जाती है। इस बार शिया समुदाय को प्रति व्यक्ति 75 रुपये और सुन्नी समुदाय को प्रतिव्यक्ति 45 रुपये फित्रा देना होगा। इस्लामिक सेंटर ऑफ इंडिया के मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली और आयतुल्ला सादिक हुसैनी शिराजी के मौलाना सैफ अब्बास दोनों की तरफ से सदका-ए-फित्र की रकम का एलान किया जा चुका है। मौलाना ने ईद की नमाज से पहले गरीब के घर जाकर फित्रे की रकम देने की मुसलमानों से अपील की है।
यहां होगी नमाज
ऐशबाग ईदगाह -10 बजे
आसिफी मस्जिद- 11 बजे
कर्बला दियानतुद्दौला बहादुर 11 बजे
ईदगाह चिनहट 9:30 बजे
जामा मस्जिद चिनहट 9:30 बजे
टीले वाली मस्जिद 9 बजे
मस्जिद ममोला पाटानाला 9 बजे
मस्जिद नूर अनवर एल्डिको 9 बजे
मदीना मस्जिद राजाजीपुरम 9 बजे
ईदगाह मलेसेमऊ 9 बजे
जामा मस्जिद गोमती नगर 9 बजे
मस्जिद ताकवाली सआदतगंज 9 बजे
मस्जिद नवाब घसीटा नूरबाड़ी 9 बजे
चांद वाली मस्जिद तालकटोरा 9 बजे
मस्जिद शाहमीना शाह चौक 8:30 बजे
मस्जिद अशरफी चिनहट 8:15 बजे
मस्जिद नदवा कालेज डालीगंज 8 बजे
मस्जिद कच्चा हाता अमीनाबाद 8 बजे
मस्जिद वास मौलवीगंज 8 बजे
मस्जिद इंदारे वाली मेहंदीगंज 8 बजे
मस्जिद हरमैन मंसूर नगर 8 बजे
मस्जिद नूरी गढ़ी कनौरा 8 बजे
मस्जिद फिरदौसिया खदरा 7:30 बजे
मस्जिद तकवियतुल इमान 7 बजे
दरगाह हजरत अब्बास 10 बजे
जामा मस्जिद तहसीनगंज 10 बजे
मस्जिद बिलाली चिनहट 10 बजे
अशरफी मस्जिद चिनहट 10 बजे
मस्जिद धन्ने ां डालीगंज 10 बजे
ईदगाह चिनहट 9:30 बजे
टीले वाली मस्जिद 9 बजे
ईदगाह खदरा 9 बजे
मस्जिद तहसीन अली चौक 9 बजे
जन्नत की खिड़की चौक 9 बजे
मस्जिद कूफा काजमैन 9 बजे
इमामबाड़ा शाहनजफ हजरतगंज 9 बजे
मस्जिद ताक वाली नूरबाड़ी 9 बजे
मस्जिद पड़ाईन अमीनाबाद 8:30 बजे
मदीना मस्जिद राइन नगर 8 बजे
जामा मस्जिद गोमती नगर 8 बजे
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मुख्यमंत्री ने दी बधाई
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ईद उल फित्र के अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई देते हुए कहा कि ईद उल फित्र का त्यौहार खुशी और भाईचारे का पैगाम लेकर आता है। खुशियों का यह त्यौहार सामाजिक एकता को मजबूत करने के साथ ही आपसी भाईचारे की भावना को बढ़ाता है। यह सभी को समाज में अमन चैन और सौहार्द का संदेश देता है.साथ ही ईद का त्यौहार पारस्परिक एकता, शांति और आपसी सद्भाव के साथ मनाने की अपील की है।
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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दी बधाई
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने प्रदेशवासियों को ईद उल फित्र की बधाई देते हुए सुख समृद्धि की कामना की है। उन्होंने कहा कि ईद उल फित्र का त्यौहार मेल मिलाप खुशियां बांटने और परस्पर सद्भाव का प्रतीक है। ईद के दिन खुले मन और पवित्र भाव से गरीबों और वंचितों को भी गले लगाना चाहिए और ईद की खुशी में उन्हें शरीक करना चाहिए। ईद के इस पावन पर्व पर हमें सामाजिक सद्भाव की मिसाल कायम करनी चाहिए और सांप्रदायिक तत्वों की समाज को बांटने वाली गतिविधियों को हतोत्साहित करना चाहिए। ऐसी समाज विरोधी ताकतों को सामाजिक भाईचारे को बिगाड़ने का मौका नहीं मिलना चाहिए।
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