आई एक्सक्लूसिव

-यूपी परिवहन विभाग की ओर से जारी किया गया स्पेशल व्हाट्सएप नंबर

-गाड़ी का नंबर टाइप करते ही मिलेगी सभी जानकारियां

KANPUR : घाटमपुर में एक ट्रक युवक को रौंदकर भाग गया। सनिगवां में तेज रफ्तार कार ने बाइक में मारी टक्कर दो की मौत हो गई। पिछले एक हफ्ते में 8 एक्सीडेंट ऐसे हुए जिनमें टक्कर के बाद 'भगोड़ा' भागने में सफल हो गया। इन 8 में से 5 दुर्घटनाओं के दौरान लोगों ने गाडि़यों के नंबर तो नोट कर लिए, लेकिन वाहन के जरिए ड्राइवर तक पहुंचने में बहुत झंझट हैं, लेकिन अब ये सभी झंझट खत्म हो गए हैं। अगर अब एक्सीडेंट करके कोई भागा और आप पकड़ नहीं पाए, लेकिन गाड़ी का नंबर नोट कर लिया है तो कुछ देर में उसकी पूरी 'कुंडली' आपके मोबाइल में होगी। ऐसा होने पर एक्सीडेंट करने वाले थोड़ा अलर्ट होकर गाड़ी चलाएंगे और हादसों की संख्या में कमी आ सकेगी।

व्हाट्सएप से मिलेगी डिटेल्स

एआरटीओ प्रभात पांडेय ने बताया कि अब व्हाट्सएप के माध्यम से किसी भी गाड़ी की डिटेल्स आपको मिल जाएगी। ये सुविधा अगले हफ्ते से शुरू हो रही है। उत्तर प्रदेश परिवहन विभाग ने व्हाट्सएप नंबर-8005441038 जारी किया है। इस नंबर को आप अपने मोबाइल में सेव कर लें। फिर इसमें जिस गाड़ी की डिटेल्स चाहिए। उसका नंबर लिखकर सेंड कर दें। आपको कुछ देर में गाड़ी की सारी डिटेल्स मिल जाएगी। गाड़ी का ओनर कौन है? कब तक टैक्स जमा है? कितने साल पुरानी गाड़ी है? ऐसे ही तमाम सवालों के उत्तर आपके मोबाइल पर आ जाएंगे। अगर गाड़ी मालिक का कभी ड्राइविंग लाइसेंस निरस्त हुआ होगा तो वो जानकारी भी मिल जाएगी।

कोर्ट के आदेश पर िमली सुविधा

हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में चले एक मामले के बाद कोर्ट ने परिवहन विभाग को निर्देशित किया था कि ऐसी कोई व्यवस्था की जाए। जिससे गाड़ी के नंबर से तुरंत एक्सीडेंट करने वाले के बारे में जानकारी मिल सके। एडवोकेट शिवाकांत दीक्षित ने बताया कि कोर्ट ने इसको संज्ञान में लिया कि बढ़ते एक्सीडेंट्स के पीछे एक बड़ी वजह ये भी है दुर्घटना के बाद आरोपी का भाग जाना, जिसके बाद ये सुविधा शुरू की गई है।

सुबह 9.30 बजे से मिलेगी जानकारी

एआरटीओ ने बताया कि इस व्हाट्सएप नंबर के नियमित व सुचारू संचालन के लिए परिवहन विभाग आयुक्त मुख्यालय पर एक विशेष सेल गठित करेगा, जिसमें मौजूद कर्मचारी व्हाट्सएप नंबर पर आने वाली पूछताछ का जवाब देंगे। ये एक 'कंट्रोल रूम' की तरह काम करेगा। परिवहन विभाग के मुताबिक सुबह 9.30 बजे से शाम 6 बजे तक यानि कि कार्यालय के समय में ही ये जानकारी उपलब्ध हो सकेगी।

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फर्जीफिकेशन पर भी लगेगी रोक

एडवोकेट इंदीवर बाजपेई ने बताया कि आए दिन चोरी के वाहन, गारंटी पर लगे वाहनों के फर्जी कागजात बनाकर होने वाली घटनाओं पर इस सुविधा से रोक लग सकेगी। इस तरह के एक नहीं कई मामले रोजाना आते हैं। जिनमें चोरी के वाहनों को फर्जी कागजात बनाकर बेच दिया जाता है, कई बार तो पुलिस को ऐसे वाहनों की तलाश होती है और खरीदने वाला बाद में परेशान होता है। इसी तरह से बीमा और गारंटी लगे वाहनों की खरीद में भी कई बार वाहन खरीदने वालों को बाद में परेशान होना पड़ता है। इस सारी समस्याओं से अब छुटकारा मिल सकेगा।

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व्हाट्सएप नंबर जारी करने के बाद एक्सीडेंट्स करने वाले अब भाग नहीं पाएंगे। ये सुविधा बहुत जल्द शुरू हो जाएगी। इस नंबर से व्हीकल ओनर के बारे में काफी जानकारियां मिल जाएंगी।

-गंगाफल, अपर परिवहन आयुक्त, सड़क सुरक्षा-आईटी।