मेयर और पार्षदों का कार्यकाल खत्म होने के बाद स्थिति और बदहाल

मोहल्लों और कूड़ा अड्डों पर लगा है कचरे का ढेर, पब्लिक हो रही परेशान

ALLAHABAD: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वच्छ उत्तर प्रदेश, स्वस्थ उत्तर प्रदेश की आवाज बुलंद कर रहे हैं। लेकिन स्मार्ट सिटी के लिए चयनित इलाहाबाद न तो स्वच्छ है और न ही स्वस्थ है। स्वच्छता की हालत ये है कि पूरे शहर में जगह-जगह गंदगी का ढेर लगा है। स्वास्थ्य की बात करें तो कई दलित बस्तियों व पिछड़े इलाकों में संक्रामक बीमारी का प्रकोप है।

मेयर और पार्षदों का कार्यकाल खत्म होने के बाद तो सफाई व्यवस्था की स्थिति और भी बद्तर हो गई है। जिन इलाकों में जनप्रतिनिधियों के दबाव पर झाड़ू लग जाती थी, वहां अब कोई झांकने भी नहीं जा रहा। रसूलाबाद स्थित कूड़ा अड्डा, चंद्रलोक चौराहा, कटघर रोड कूड़ा अड्डा व गलियों व सड़कों पर जगह-जगह कचरे का ढेर लगा है।

कचरा उठ रहा, निस्तारण का पता नहीं

नगर निगम के अधिकारियों का कहना है कि पर डे 600 से 700 मिट्रिक टन कचरा निकल रहा है। निस्तारण कितने का हो रहा, इसकी जानकारी नहीं है। पब्लिक की लगातार मिल रही शिकायत पर निवर्तमान मेयर अभिलाषा गुप्ता ने शुक्रवार और शनिवार को शहर का भ्रमण किया, तो जगह-जगह गंदगी का ढेर मिला। उन्होंने डीएम, कमिश्नर के साथ ही नगर आयुक्त से इसकी शिकायत की।

क्या कहती है पब्लिक

नगर निगम के अधिकारी पूरी तरह से मनमानी कर रहे हैं। कार्यकारिणी सदस्यों की भी नहीं सुन रहे हैं।

नीरज गुप्ता, निवर्तमान पार्षद

हटिया से कटघर तक मॉडल रोड बननी है। अभी भी मेन रोड पर ही कूड़ा अड्डा चल रहा है। कोई देखने वाला नहीं है।

रितेश केशरी

अबहिन तक पार्षदों का दबाव रहा, काम होई जात रहा। अब तो कोई सुनता ही नहीं है। दो दिन से मोहल्ले में कचरा जमा है, कोई नहीं आ रहा।

राजेंद्र कुमार, महावीरन गली

इलाहाबाद स्मार्ट सिटी घोषित हो गया, लेकिन आज भी स्थिति वही है। हर तरफ गंदगी व कचरे का ढेर है। कोई सुनने वाला नहीं।

राजकुमार

उमस के कारण कचरे के ढेर से तेज बदबू निकल रही है। सांस लेना मुश्किल है। अब पार्षद की कोई नहीं सुनता है। क्योंकि वे निवर्तमान हो गए हैं।

राजू, मुट्ठीगंज

कुछ दिन पहले अधिकारी आए रहेन। हमसे कहेन, तोहार मोहल्ला अब चमक जाई। हमने पूछा उ दिन कब आई? तो फिर जवाब नहीं दे सके।

हीरा लाल

365 दिन शहर को स्वच्छ बनाए रखने की जिम्मेदारी नगर निगम की है। पार्षद माध्यम बनते हैं। उनका कार्यकाल खत्म तो सफाई व्यवस्था हो गई ठप।

प्रदीप नारायण

चंद्रलोक चौराहा शहर के मेन इलाकों में है। लेकिन पिछले दो-तीन दिन से यहां कचरे का ढेर लगा है। उठाया ही नहीं जा रहा है।

वीरू

योगी सरकार तो इलाहाबाद को चमकाने का पूरा प्रयास कर रही है। लेकिन जिम्मेदार अधिकारी और कर्मचारी सिस्टम को फेल कर रहे हैं।

सचिन जायसवाल

शहर को पूरी तरह स्वच्छ और स्वस्थ बनाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। लगातार अभियान चलाया जा रहा है। पिछड़े इलाकों पर नगर निगम का विशेष फोकस है। जल्द ही पूरे शहर में बदलाव दिखेगा।

संजय कुमार सिंह

अपर नगर आयुक्त

शहर में पर डे करीब 600 से 700 मिट्रीक टन कचरा निकल रहा है। जिसे कूड़ा अड्डा और फिर बसवार प्लांट तक पहुंचाया जा रहा है। बसवार प्लांट चल रहा है। कचरा निस्तारण के बारे में पर्यावरण अभियंता राजीव कुमार राठी ही बता सकेंगे।

डॉ। अरुण

नगर स्वास्थ्य अधिकारी