फाइनांस एडवाइजर वीमेंस कॉलेज आए
केयू ने भी उन्हीं प्वॉइंट्स पर डॉ महंती से स्थिति स्पष्ट करने को कहा है। एचआरडी को जवाब भेजने के लिए ही डॉक्यूमेंट्स खंगालने ट्यूज्डे को केयू के फाइनांस एडवाइजर ब्रजेश तिवारी वीमेंस कॉलेज आए थे जिनके साथ प्रोवीसी भी थीं।
जितने पैसे कलेक्ट किए गए, उतने बैंक में जमा नहीं हुए
ऑडिट रिपोर्ट में एक और बड़ा ऑजेक्शन यह है कि वीमेंस कॉलेज में डिफरेंट कोर्सेज में पढ़ाई कर रही गल्र्स से ट्यूशन फीस और एग्जामिनेशन फीस के अलावा दूसरे हेड में जितने पैसे कलेक्ट हुए उतने पैसे बैंक में जमा नहीं किए गए। इस मामले पर कॉलेज एडमिनिस्ट्रेशन काफी सीरियस है और इसपर स्थिति स्पष्ट हो जाने पर काउंटर पर पैसे कलेक्ट करने वाले स्टाफ को शो-कॉज देने की तैयारी की जा रही है। इसके अलावा बिना कोटेशन और टेंडर के कई काम कराए जाने का भी मामला सामने आया है।
इससे ज्यादा गड़बड़ी और क्या हो सकती है कि स्टूडेंट्स से कलेक्ट किए गए पूरे पैसे बैंक में जमा नहीं किए गए। मैं तो ऑडिट टीम की रिपोर्ट का इंतजार कर रही हूं उसके बाद काउंटर पर पैसे कलेक्ट करने वाले स्टाफ को शो-कॉज करूंगी।
- डॉ सुमिता मुखर्जी, प्रिंसिपल, जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज
जमशेदपुर वीमेंस कॉलेज की ऑडिट रिपोर्ट में कई जगह एजी का ऑजेक्शन है। इसको लेकर हमने कोल्हान यूनिवर्सिटी से कुछ जानकारी मांगी है। उनके जवाब से सेटिस्फाई नहीं होने की स्थिति में सीधे तौर पर डॉ शुक्ला महंती को शो-कॉज हो सकता है।
- डॉ डीएन ओझा, डायरेक्टर, हायर एजुकेशन झारखंड
Report by: amit.choudhary@inext.co.in
National News inextlive from India News Desk