- पूरे दिन काला फीता बांध किया काम

BAREILLY:

28 फरवरी को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल के क्रम में बैंक्स कर्मचारियों ने ट्यूजडे को काला फीता बांध काम किया। साथ ही, केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जताया। 11 वें वेतन समझौते, सभी कैडर में पर्याप्त भर्तियां, ग्रेच्युटी एक्ट में सुधार, आयकर सीमा हटाए जाने सहित अपनी अन्य मांगों को लेकर यूनियन, पीएनबी, स्टेट बैंक सहित अन्य बैंकों के कर्मचारियों ने ट्यूजडे को पूरे दिन काला फीता बांध कर काम किया। इसके बाद शाम 5 बजे विभिन्न बैंक्स के अधिकारी और कर्मचारियों ने सिविल लाइंस पीएनबी के पास जोरदार प्रदर्शन किया। केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध जताया।

आंदोलन और हड़ताल की एक रास्ता

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस बरेली यूनिट के अध्यक्ष सुनील मित्तल ने कहा कि सरकार की नीयत खराब है। नोटबंदी के दौरान कर्मचारियों ने जीतोड़ मेहनत की और देर रात तक काम किया। लेकिन, सरकार ओवरटाइम के भुगतान के नाम पर मौन है। अधिकारी संघ के एनएल टंडन ने कहा कि बैंकों में 5 डे वर्क होना चाहिए। यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन के सहायक महामंत्री संजीव मेहरोत्रा का कहना था कि देश में स्थायी रोजगार की आवश्यकता है। किन्तु सरकार ठेका, संविदा पर काम चला रही है जो कष्टदायक है। हमारी यह मांग है कि ऐसे सभी लोगों को नियमित किया जाए। यूपीबीईयू के अध्यक्ष अरविंद रस्तोगी ने कहा हम हमेशा से ही आउट सोर्सिग एवं बैंकिंग श्रम सुधारों का विरोध करते आए है यह अन्याय ही नहीं जनविरोधी है। सरकार इसे लागू करने पर अमादा है। आंदोलन और हड़ताल ही एक रास्ता है। इस मौके पर पंकज शर्मा, जीबी सिंह, अजीत माथुर, पीपी सिंह सहित अन्य लोग मौजूद रहे।