छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: एमजीएम मेडिकल कॉलेज व हॉस्पिटल गेट को सरजामदा के निदिर टोला निवासी सूरज नायक (27) की सोमवार को हुई मौत के बाद उनके परिजनों ने जाम किया था। परिजनों का आरोप है कि सूरज की मौत डॉ1टर की लापरवाही के कारण हुई है, इसलिए लापरवाही करने वाले डा1टर व नर्स पर कार्रवाई हो। गेट जाम करने के दौरान परिजनों ने सूरज की पत्नी गुडि़या नायक को 12 ला2ा रुपये मुआवजा और नौकरी देने की भी मांग की।

लाश रख किया प्रदर्शन

गेट जाम करने के दौरान सूरज नायक की लाश गेट के सामने र2ा दी गई थी। सुबह आठ बजे से साढ़े 12 बजे तक चार घंटे एमजीएम का गेट बंद रहा। एमजीएम अस्पताल में मौजूद टीओपी प्र5ारी ने साढ़े 12 बजे प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे झार2ांड मु1ित मोर्चा के जिलाध्यक्ष रामदास सोरेन से बात कर लाश हटवाई तब जाकर गेट 2ाुला। बाद में बीडीओ पारुल सिंह ने झामुमो जिलाध्यक्ष और परिजनों को समझा कर मामला शांत कराया और इसके बाद तकरीबन चार बजे शव को पोस्टमार्टम के लिए 5ोजा जा सका। इस दौरान बीडीओ ने एमजीएम अधीक्षक के कक्ष में ढाई घंटे तक पूरे मामले की प्रारं5िाक जांच 5ाी की। दोषी पाए जाने पर डॉ1टरों पर कार्रवाई की बात कही तो मुआवजे का भी आश्वासन दिया।

झुलसने के बाद ठीक था

शनिवार को सूरज नायक की पत्नी स्टोव पर 2ाना बनाते वक्त जल गई थी। उसे बचाने आया सूरज नायक 5ाी जल गया। दोनों को एमजीएम अस्पताल लाया गया। यहां इलाज के दौरान सोमवार को तकरीबन साढ़े तीन बजे सूरज की मौत हो गई। परिजनों ने बीडीओ को बताया कि मरीज सूरज ठीक-ठाक था। 2ाुद बिना किसी सहारे के चल- फिर रहा था। उसे ड्रेसिंग के लिए ले जाया गया। ड्रेसिंग करा कर लौटने के बाद ही मरीज की हालत 2ाराब हो गई। उसने पेट में जलन की शिकायत की। त5ाी नर्स ऊषा ने मरीज के 5ाई शिवकुमार को एक पैरासीटामोल की टेबलेट मरीज को 2िालाने के लिए दी। टेबलेट 2ाते ही मरीज छटपटाने लगा और पांच मिनट में ही उसकी मौत हो गई। परिजन इस मौत के पीछे बर्न वार्ड के डा1टर ललित मिंज और नर्स को जि6मेदार मान रहे हैं।

नहीं पहुंचे अस्पताल अधीक्षक

झामुमो जिला अध्यक्ष रामदास सोरेन के नेतृत्व में अस्पताल गेट जाम करने के दौरान इस गेट से आना जाना बंद रहा। एमजीएम अधीक्षक ने मरीजों के आने-जाने के लिए दूसरा गेट 2ाुलवा दिया था। अस्पताल का प्रदर्शन चलता रहा लेकिन, अस्पताल के अधीक्षक डा। 5ारतेंदु 5ाूषण या अन्य कोई 5ाी डा1टर परिजनों से बात करने नहीं आया। त5ाी साढ़े 11 बजे आ1सीजन सिलेंडर लदा ट्रक अस्पताल पहुंचा, लेकिन गेट बंद होने की वजह से अंदर नहीं जा सका।

ऑ1सीजन लदी गाड़ी को रोका

महात्मा गांधी मेमोरियल (एमजीएम) अस्पताल में मंगलवार को बड़ी अनहोनी हो जाती। समय रहते प्रशासनिक सक्रियता के कारण यह अनहोनी टल गई, वरना कई मरीजों की जान जोखिम में पड़ जाती। दरअसल बुधवार को इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए भीड़ ने अस्पताल का गेट जाम कर दिया। इसी बीच अस्पताल में नियमित ऑ1सीजन सप्लाई करने वाली गाड़ी पहुंची। इस गाड़ी को भी गेट बंद कर विरोध-प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बाहर ही रोक लिया और अंदर जाने नहीं दिया। गाड़ी बाहर ही खड़ी हो गई। चूंकि अस्पताल को ऑ1सीजन की जरूरत थी, इसलिए मामला गंभीर हो गया। तब आनन-फानन इसकी सूचना एसडीओ माधवी मिश्रा को दी गई। एसडीओ ने फौरन बीडीओ पारुल सिंह को अस्पताल 5ोजा। गेट जाम कर बैठे लोगों से बात की। आश्वासन दिया और गेट खुलवाया। तब जाकर ऑ1सीजन वाली गाड़ी अस्पताल के अंदर गई और सप्लाई को ऑ1सीजन उपल4ध हो पाई।