JAMSHEDPUR: बागबेड़ा विकास समिति के बैनर तले सोमवार को 11 बस्तियों के लोगों ने डीसी ऑफिस के पास मौलिक अधिकारों की मांग पर महाधरना दिया। महाधरना के बाद सीएम के नाम डीसी ऑफिस में मांग पत्र सौंपा गया।

मांग पत्र में बागबेड़ा मौजा का सर्वे कराने, सभी 11 बस्तियों में वृहद ग्रामीण जलापूर्ति योजना के तहत पाइप लाइन बिछाने एवं बागबेड़ा की सभी 11 बस्तियों को भी सरकारी योजनाओं का लाभ देने की मांग शामिल हैं।

मौके पर समिति के अध्यक्ष गणेश विश्वकर्मा ने कहा कि बागबेड़ा की नई बस्ती, बाबा कुटी, बजरंग टेकरी, आनंद नगर, श्यामनगर, कच्चु बगान, गांधी नगर, राम नगर, पोस्तु नगर, गाराबासा, कीताडीह ग्वाला पट्टी और संजय नगर गडिवान पट्टी के लोग आज भी मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। जिला प्रशासन और रेल प्रशासन ने बिना ठोस प्रमाण और भूमि का सर्वे कराए ही इन 11 बस्तियों की भूमि को को रेल की भूमि घोषित कर दिया है। समिति इस भूखंड को राज्य सरकार की मानती है। राज्य गठन के पूर्व से यह क्षेत्र पंचायत में शामिल है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की गलत नीति के कारण इन बस्तियों में विकास कार्य की कोई भी योजना नहीं चलाई जाती है। विश्वकर्मा ने कहा कि बागबेड़ा मौजा में रेलवे की कुल 87 एकड़ भूमि है, जो रेलवे की कब्जे में है। समिति ने तीन सूत्री मांगों पर जनहित में सकारात्मक पहल करते हुए कार्रवाई करने की मांग की है।