बीआरडी एआरटी सेंटर का मामला

-पिछले चार माह से दवाओं की नहीं हुई सप्लाई, इलाज संकट में

GORAKHPUR: बीआरडी मेडिकल कॉलेज स्थित एआरटी सेंटर में एचआईवी पीडि़तों बच्चों को दिया जाने वाला सिरप पिछले चार महीने से नहीं है। इस वजह से उनकी परेशानी बढ़ गई है, लेकिन जिम्मेदारों के कान में जू तक नहीं रेंग रहा है। इतना ही नहीं करीब चार माह से अन्य दवाएं भी खत्म हो गई हैं। ओपीडी के डॉक्टर्स द्वारा दवाएं लिखने के बाद पीडि़तों को काफी अधिक धन खर्च कर बाहर से दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं।

पीडि़तों का कोर्स हुआ ब्रेक

मेडिकल कॉलेज के एआरटी सेंटर में करीब चार हजार एचआईवी पीडि़तों का रजिस्ट्रेशन है। वहीं करीब सौ बच्चों का भी इलाज होता है। ड्रग सेंटर से इनको नि:शुल्क दवाइयां दी जाती हैं। एचआईवी पीडि़त बच्चों को दिया जाने वाला लोपिनावीर, रिटोनावीर सिरप और जोविलाम टैबलेट पिछले चार माह से नहीं है। वहीं, दूसरी तरफ बड़ों को दी जाने वाली अबाकावीर टैबलेट भी काफी समय से समाप्त है। दवा न होने की वजह से पीडि़तों को बाहर से ये दवाएं खरीदनी पड़ रही हैं, वहीं दर्जनों पेशेंट्स का कोर्स ब्रेक कर गया है। इसे लेकर सेंटर के डॉक्टर्स व कर्मचारी भी परेशान है। दवाओं की सप्लाई न आने से यह समस्या बनी हुई है। इस संबंध में जिम्मेदारों का कहना है कि दवाओं के लिए कई बार डिमांड भेजा जा चुका है। प्रयास जारी है जल्द ही दवाएं आ जाएंगी।