-केन्द्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा पूर्वाचल का एम्स बनेगा गोरखपुर में

-जमीन विवाद सुलझते शुरू होगा निर्माण

-दिल्ली एम्स की क्षमता होगी दोगुनी, हर जिले में होगा डायलिसिस सेंटर

1ड्डह्मड्डठ्ठड्डह्यद्ब@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

ङ्कन्क्त्रन्हृन्स्ढ्ढ

बनारस में एम्स बनने की उम्मीद नहीं है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने भी इसके संकेत दिये हैं। शनिवार को केंद्रीय मंत्री शिवपुर स्थित एक वाटिका में मीडिया से मुखातिब हुए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने 11 एम्स की घोषणा की थी, जिसमें एक पूर्वाचल के लिए था, जो जल्द गोरखपुर में बनकर तैयार होगा। एम्स की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। इससे अब तक निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। विवाद सुलझाने या प्रदेश सरकार से दूसरी जमीन उपलब्ध कराने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि जल्द हर जिले में डायलिसिस केंद्र खोला जाएगा और दिल्ली एम्स की क्षमता दोगुनी की जाएगी।

20 स्टेट में खुलेंगे कैंसर इंस्टीट्यूट

केंद्र सरकार के दो साल पूरे होने पर पीएम के संसदीय क्षेत्र बनारस में भारत विकास पर्व में भाग लेने आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि केंद्र सरकार ने रोग मुक्त भारत का संकल्प लिया। इसके तहत गरीब परिवारों के लिए प्रस्तावित एक लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस चिकित्सा इंश्योरेंस साबित होगा। सदस्य सीमा खत्म की जाएगी। अभी तक एक परिवार के पांच सदस्यों को ही इसका लाभ मिलता है। सीनियर सिटीजन को 30 हजार का बीमा एक्स्ट्रा मिलेगा। कैंसर से हो रही मौत को रोकने के लिए बीस स्टेट में कैंसर इंस्टीट्यूट खोले जाएंगे। पहचान व निदान को 50 कैंसर केयर यूनिट भी स्थापित की जाएंगी। उन्होंने कहा कि एक साल में बाल टीकाकरण में सात परसेंट का इजाफा हुआ है। इससे रोटा वायरस से होने वाली मृत्यु दर में कमी आई है।

अब हम लीडिंग रोल में हैं

केंद्रीय मंत्री ने पीएम मोदी और सरकार की हर उपलब्धि के साथ वित्त व विदेश नीति का गुणगान किया। उन्होंने कहा कि दो साल पहले विश्व में इंडिया की छवि पीछे खड़े होने वालों में थी, करप्ट समझा जाता था। मगर अब हम लीडिंग रोल में है। हमें प्रगतिशील देश के रूप में देखा जा रहा है और यहां निवेश करने के लिए चीन, जापान तक में होड़ लगी है। बैंक उपयोगकर्ताओं की संख्या 3.25 करोड़ से बढ़कर 22 करोड़ हो गई है। किसानों को न्यूनतम किस्त पर अधिकतम लाभ की नीति पर सौ फीसद तक बीमित करने की योजना है। विद्युतविहीन 18 हजार गांवों में बिजली पहुंच गई। प्रतिदिन 30 किलोमीटर के अनुपात में हाइवे बना रहे हैं। वन रैंक वन पेंशन भी देने जा रहे। इस मौके पर भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री राम विचार नेताम, काशी क्षेत्र अध्यक्ष लक्ष्मण आचार्य, मेयर रामगोपाल मोहले आदि मौजूद रहे।

एम्स की लड़ाई अब सड़क पर

बनारस में एम्स की मांग को लेकर अभियान चला रहे डॉ ओमशंकर ने कहा है कि बनारस में एम्स की मांग बेवजह नहीं है। बनारस में एम्स न देकर सरकार भगवान धनवंतरी और काशी का अपमान कर रही है। पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र को इस बड़ी सहूलियत से मरहूम रखने की कीमत सरकार को चुकानी होगी। काशी की जनता अब सडक पर उतर कर एम्स की मांग करेगी। तकरीबन 20 करोड़ जनता को सरकार से हिसाब मांगेगी।