-त्रिशूल एयरबेस से वायुसेना के हेलिकॉप्टर ने भरी थी उड़ान

- उड़ान के 30 मिनट बाद ही इंजन में आयी तकनीकी खराबी

BAREILLY:

वायुसेना स्टेशन के अत्याधुनिक खूबियों वाले एडवांस्ड लाइट हेलिकॉप्टर के साथ मंडे को बड़ी दुर्घटना टल गई। त्रिशूल एयरबेस से उड़ान भरने के करीब 30 मिनट बाद ही हेलिकॉप्टर के इंजन में तकनीकी खराबी आ गई। हेलिकॉप्टर तब उत्तराखंड की पहाडि़यों के ऊपर था। बरेली या नजदीकी एयरफोर्स स्टेशन तक न पहुंच पाने पर उत्तराखंड के कोटद्वार स्थित एक फुटबॉल मैदान में ही पायलट को विमान उतारना पड़ा। विमान के रिमोट क्षेत्र में उतरने पर बरेली से दोपहर में दूसरे हेलीकाप्टर से रेस्क्यू टीम रवाना की गई।

सुबह उड़ा था हेलिकॉप्टर

बरेली एयरफोर्स स्टेशन त्रिशूल एयरबेस से एएलएच हेलिकाप्टर मंडे सुबह 10.10 बजे नियमित उड़ान (सॉर्टी) पर था। दो क्रू सदस्यों के साथ उड़े विमान के इंजन में लगभग 30 मिनट बाद तकनीकी खराबी आ गई। इंजन में दिक्कत होने की सूचना क्रू ने कंट्रोलर को दी। विमान को बरेली लाया जाना संभव नहीं था। लगभग 15 मिनट तक विमान हवा में ही मंडराता रहा। फिर इमरजेंसी लैंडिंग करानी पड़ी। दोपहर बाद क्रू सदस्यों और तकनीकी टीम ने दूसरे हेलिकाप्टर को भेजा।