लखनवाइट्स ने किया सुधार, अभी और करना होगा प्रयास
-वायु में खतरनाक गैसों की मात्रा में कमी, फिर भी मानकों से अभी ज्यादा
LUCKNOW:
दिवाली के दिन पटाखों से इस बार भी वायु और ध्वनि प्रदूषण के स्तर में खासा इजाफा हुआ। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार प्रदूषण स्तर में काफी कमी आई है। यूपी पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के अधिकारियों का कहना है कि पिछले वर्ष की अपेक्षा दीपावली के दिन इस बार पॉल्यूशन स्तर में कुछ कमी आई है। लेकिन इसके बाद भी यह चिंताजनक और खतरनाक बना हुआ है।
सात एरिया में एयर क्वॉलिटी सर्वे
सीएसआईआर-इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टॉक्सिकोलॉजी रिसर्च की एनवॉयर्नमेंट मानीटरिंग डिवीजन ने दीपावली के दौरान राजधानी के सात एरिया में एयर क्वॉलिटी सर्वे किया। आईआईटीआर के निदेशक प्रो। आलोक धवन के अनुसार दीपावली से पहले, दीपावली के दिन और दीपावली के बाद भी प्रदूषित कणों की मात्रा वायु में मानकों से कहीं अधिक मिली है। दीपावली के दिन पीएम 10 का औसत स्तर 257.9 से बढ़कर 514.8 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर पहुंच गया। ऐसे ही पीएम 2.5 का स्तर भी 180.3 से बढ़कर 316.0 माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर हो गया। इसका मतलब है कि पटाखों से प्रदूषण बढ़ा है। रात में ट्रैफिक बहुत कम होने से इस प्रदूषण में इनका योगदान न के बराबर है। इसी प्रकार वायु में सल्फर डाईऑक्साइड और नाइट्रोजन डाईऑक्साइड की मात्रा में भी इजाफा हुआ है।
विकास नगर सबसे प्रदूषित
मानकों के अनुसार पीएम 10 का स्तर हवा में 100 होना चाहिए। लेकिन दीपावली की रात पटाखों से विकास नगर एरिया के पीएम 10 का स्तर 752.6 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर दर्ज किया गया। जबकि सबसे कम 376.8 चौक इलाके में सामने आया। वहीं इंदिरा नगर, अमीनाबाद, चारबाग इलाकों में मानकों से कई गुना अधिक प्रदूषण मिला है।
पीएम 10 लेवल दीपावली के दिन
एरिया---दिन में--रात में
अलीगंज-214.8--427.2
विकास नगर -239.6--752.6
इंदिरा नगर-208.5--548.8
गोमती नगर-202.7--422.1
चारबाग-303.1--581.4
अमीनाबाद -246.3--494.5
चौक-171.9--376.8
(मानक पीएम10--100 )
दिवाली के दिन पिछले कुछ वर्षो में
वर्ष--पीएम 10-- पीएम2.5
2014-514--423
2015-424--275
2016-824--672
2017-515--316
(पीएम 10 व पीएम 2.5 के सभी आंकड़े माइक्रोग्राम प्रति घनमीटर में)
पटाखों की आवाज से बढ़ा शोर
आईआईटीआर की रिपोर्ट के अनुसार पटाखों से दीपावली की रात ध्वनि प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया। शाम सात बजे से लेकर आधी रात तक अलग-अलग एरिया में इसे मापा गया और अधिकतम 82.8 डेसिबल विकास नगर में प्रदूषण का स्तर दर्ज किया गया। जबकि सबसे कम शोर का स्तर गोमती नगर में 70.3 डेसिबल रहा।
हो सकती है प्रॉब्लम
वैज्ञानिकों के अनुसार 80 से ऊपर शोर का स्तर होने पर सुनने की क्षमता में कमी या बहरेपन की समस्या हो सकती है। साथ ही चिड़चिड़ाहट, हाइपरटेंशन, एंजाइटी, स्ट्रेस, सिर दर्द, नींद न आने की प्रॉब्लम भी सामने आ सकती है।
ध्वनि प्रदूषण का स्तर (डेसिबल में)
एरिया-18 अक्टूबर--19 अक्टूबर--20 अक्टूबर
चारबाग-70.3--80.1-71.5
चौक-72.1--77.9--68.9
अलीगंज-66.4--78.5-68.4
विकास नगर-60.7--82.8--66.8
इंदिरा नगर-69.1--78.4--68.4
गोमती नगर -64.5--70.3--62.5
क्या है पीएम 2.5
ये हवा में फैले अति सूक्ष्म खतरनाक कण हैं जो हमारे फेफड़ों में प्रवेश कर जाते हैं। इन 2.5 माइक्रोग्राम से छोटे कणों को पर्टिकुलेट मैटर 2.5 या पीएम 2.5 कहा जाता है। प्रत्येक क्यूबिक मीटर हवा में पीएम 2.5 कणों का स्तर जानकर प्रदूषण का आकलन किया जाता है। ऐसे ही 10 माइक्रोग्राम से छोटे कणों को पीएम 10 कहा जाता है।
पल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़े
जगह--दीवाली से पहले--दिवाली के दिन -बढ़ोत्तरी
अलीगंज--138.12--260--88.7
सराय माली खां चौक--215.46--351.09
दिवाली के दिन ध्वनि प्रदूषण स्तर
अलीगंज
वर्ष--पीएम10--एसओ2--एनओ2
2016-529.49--30.28--53.1
2017-260.67--9.36--35.04
सराय माली खां चौक
2016-611.87--31.39--47.39
2017-351.98--23.15--36.37