-कुछ किसानों ने रखे सवाल, रोजगार की भी रखी मांग, अब मिलेगी क्लीयरेंस

-पॉल्यूशन कंट्रोल, एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, और प्रशासन की टीम रही मौजूद

BAREILLY: नाथ नगरी एयरपोर्ट निर्माण को लेकर वेडनेसडे एक ओर राह आसान हो गई है। मुडि़या अहमद नगर में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड और प्रशासन की टीम की मौजूदगी में एनवॉयरमेंटल क्लीयरेंस के लिए किसानों के साथ मीटिंग की। मीटिंग में किसानों ने कई सवाल किए और रोजगार की भी मांग की। सभी के सवालों का जवाब दिया गया और अंत में किसानों ने किसी भी तरह की प्रॉब्लम से इनकार कर दिया। अब एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की टीम नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल में एनओसी के लिए अप्लाई करेगी। एनओसी मिलने के बाद उड़ान भरने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।

एनवॉयरमेंटल क्लीयरेंस जरूरी

किसी भी प्रोजेक्ट के लिए एनवॉयरमेंट क्लीयरेंस जरूरी होती है। इसके लिए वन विभाग, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के साथ-साथ स्थानीय निवासियों की भी अनुमति जरूरी होती है। इसी के तहत वेडनसडे को मुडि़या अहमद नगर में मीटिंग आयोजित की गई थी। मीटिंग में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के अनिल नरूला, पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के रीजनल ऑफिसर एके चौधरी, स्पेशल लैंड एक्यूजेशन ऑफिसर एसीएम सुल्तान अशरफ सिद्दीकी की मौजूदगी स्थानीय किसान और निवासी मौजूद रहे। किसानों और स्थानीय निवासियों से एयरपोर्ट के निर्माण और एनवॉयरमेंट के बारे में पूछा गया।

स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार

कुछ किसानों ने कहा कि विमानों के उड़ने से तेज आवाज आएगी, जिससे काफी प्रॉब्लम होगी। कुछ लोगों ने कहा कि रात में सोने में प्रॉब्लम होगी और बच्चों को पढ़ने में भी दिक्कत होगी। इस पर अधिकारियों ने बताया कि एयरफोर्स के विमान पहले से ही उड़ रहे हैं और जो यात्री विमान उड़ेंगे उनकी आवाज इनसे कम ही होगी। कुछ किसानों ने कहा कि उनके परिजनों को रोजगार मिलना चाहिए। इस पर कहा गया कि किसानों को पहले से ही उनकी जमीन की कीमत दे दी गई है। यदि किसानों की जमीन फ्री में ली जाती तो रोजगार दिया जाता लेकिन इसके बावजूद भी एयरपोर्ट के निर्माण में स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाएगा। क्योंकि एयरपोर्ट के निर्माण में बिजली, हॉर्टीकल्चर, बिल्डिंग निर्माण व अन्य में स्थानीय लोगों को ही काम ि1दया जाएगा।

6 महीने का लग सकता है समय

रीजनल कनेक्टिविटी के तहत बरेली में एयरपोर्ट शुरू होने में 6 महीने तक का समय लग सकता है। एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम ने बताया कि एनवॉयरमेंट क्लीयरेंस के लिए आज की मीटिंग की डिटेल रिपोर्ट के साथ एनजीटी में अप्लाई किया जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही एनओसी भी मिल जाएगी, जिसके बाद निर्माण शुरू कर दिया जाएगा। टीम ने वेडनसडे को पजेशन के कागज भी हासिल किए। हो सकता है कि पोर्टा केबिन बनाकर उड़ाने शुरू कर दी जाएं या फिर आधा टर्मिनल का निर्माण कर उड़ाने शुरू कर दी जाएंगी और पूरा टर्मिनल बाद में बनता रहेगा। टैक्सी वे और एप्रन के लिए बिड भी की जा चुकी है।

एयरपोर्ट की जमीन का पजेशन एयरपोर्ट अथॉरिटी की टीम को दे दिया गया है। एनवॉयरमेंट क्लीयरेंस की मीटिंग में किसानों व स्थानीय निवासियों ने भी हामी भर दी है। जल्द ही एनवॉयरमेंट क्लीयरेंस की एनओसी मिल जाएगी।

सुल्तान अशरफ सिद्दीकी, एसएलओ

एयरपोर्ट के निर्माण के लिए एनवॉयरमेंट क्लीयरेंस प्रोसेस के तहत जरूरी है। इसी के तहत किसानों व स्थानीय निवासियों के साथ मीटिंग की जाएगी। मीटिंग का कार्यवृत बनाकर भेज दिया जाएगा।

एके चौधरी, रीजनल ऑफिसर पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड