- इंटेलीजेंस की रिपोर्ट पर AAI ने उठाये सख्त कदम

- ट्रैफिकिंग कर लड़कियों को गल्फ कंट्री ले जाने की मिली थी जानकारी

- LBS इंटरनेशनल एयरपोर्ट से गल्फ कंट्री गयी नेपाल और पश्चिम बंगाल की युवतियों का डाटा खंगालने में जुटी टीम

VARANASI

बल्क में गल्फ कंट्री की ओर रुख करने वाली नेपाली मूल की लड़कियों की यात्रा रद होने के बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया की ओर से सतर्कता बढ़ा दी गयी है। असर यह है कि लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ान भरने वाली पश्चिम बंगाल, नेपाल और भूटान मूल की युवतियों की संख्या में काफी गिरावट आयी है। सूत्रों की मानें तो बीते ख्9 अप्रैल की शाम शारजाह जाने से रोकी गयी ब्7 लड़कियों की रिपोर्ट बनाकर इंटेलीजेंस ने मुख्यालय को भेज दी थी। ट्रैफिकिंग की आंशका पर एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया को रिपोर्ट के जरिये अगाह किया गया था। ह्यूमन ट्रैफिकिंग की दिशा में सख्त कदम उठाते हुए एएआई की ओर से अघोषित तौर पर नेपाली मूल की लड़कियों की उड़ान पर रोक लगा दी गयी है।

खंगाला जा रहा युवतियों का ब्यौरा

बनारस से शारजाह की उड़ान सेवा नियमित होने के बाद यहां से गल्फ कंट्री जाने वाली नेपाली मूल की लड़कियों की संख्या में काफी इजाफा हुआ। इसके पहले एयर इंडिया सप्ताह में तीन दिन लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट से सऊदी की उड़ान भरती थी। फ्लाइट रेगुलर होने के बाद अचानक इनकी संख्या भी बढ़ने लगी। खुफिया इकाई की टीम पिछले वर्ष सितम्बर ख्0क्म् से अब तक सऊदी गयी हजारों लड़कियों के दस्तावेज खंगाल रही है।

तो मिलेगा बोर्डिग का परमिशन

ख्9 अप्रैल की शाम नेपाली मूल की लड़कियों के मामले में स्थानीय अधिकारियों ने ट्रैफिकिंग से इनकार कर दिया। एयर इंडिया के स्थानीय प्रबंधक एसए आब्दी ने कहा कि बोर्डिग के पहले इंटरनेशनल पैसेंजर के समस्त दस्तावेजों की गहनता से जांच होती है। कुछ ऐसा ही शारजाह जा रही ब्7 लड़कियों के साथ हुआ। उनका वीजा अनवैलिड था। इसलिए उन्हें बोर्डिग का परमिशन नहीं दिया गया। वहीं, शुक्रवार की शाम ईडी की अधिकारी धमक से एअरपोर्ट अधिकारियों में अफरातफरी का माहौल रहा। अधिकारी के दौरे को पुराने मामले से जोड़े जाने को इंकार कर दिया।