ALLAHABAD: दिल्ली में पिछले चालीस दिनों से धरने पर बैठे तमिलनाडु के किसानों के समर्थन में आइसा ने मार्च निकाला एवं केन्द्र सरकार का पुतला फूंका। आइसा कार्यालय से बालसन चौराहा तक निकाले मार्च में पवन सहज ने कहा कि मोदी सरकार किसानो के विकास के नाम पर सत्ता में आई। लेकिन सरकार बनने के बाद वह किसानों के हालात को दरकिनार कर सिर्फ पूंजीपतियों का विकास करने में लगी है। प्रदर्शन में अंतस सर्वानन्द, सुनील मौर्य, शक्ति रजवार, रणविजय विद्रोही, साक्षी, शिवानी, आदि शामिल रहे।

पत्राचार के तहत पढ़ाई को मजबूर छात्र

उधर, दिशा छात्र संगठन द्वारा चलाये जाने वाले साप्ताहिक अध्ययन चक्र में आह्वाहन पुस्तिका एवं क्रान्तिकारी छात्र युवा आन्दोलन के दूसरे हिस्से का अध्ययन और बातचीत की गयी। दिशा छात्र संगठन के प्रसेन ने कहा कि आज के समय में शिक्षा का बहुत तेजी से अनौपचारिकीकरण किया जा रहा है। छात्रों की एक बड़ी आबादी पत्राचार जैसे माध्यमों की ओर जाने को विवश हैं। शिक्षा को निजी हाथों में सौंप कर पूरी तरह बाजारू माल में तब्दील किया जा रहा है। कहा कि सरकार ने जहां रोजगार बढ़ाने के चुनावी वायदे किये थे। वहीं स्थिति यह है कि सरकारी नौकरियों में कटौती शुरू कर दी गयी है। इसमें महाप्रसाद, विवेक, नीशू, प्राची, रीतिका, शिवानी, राजू, प्रसेन, अमित आदि शामिल थे।