- सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने कहा

- बोले, यही है मुलायम सिंह यादव का भी संदेश

- बसपा को झटका, मुरादाबाद का प्रत्याशी सपा में

LUCKNOW: 'समाजवादी पार्टी 2017 के विधानसभा चुनाव में बहुमत की सरकार बनाएगी और अखिलेश यादव ही फिर से मुख्यमंत्री बनेंगे। यही पार्टी और राष्ट्रीय अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव का संदेश है। यूपी में सपा का कोई विकल्प नहीं है, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव जैसा शानदार मुख्यमंत्री भी किसी राज्य में नहीं है'। सपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष किरणमय नंदा ने सोमवार को पत्रकारों के सामने पार्टी के अगले सीएम चेहरे को लेकर स्थिति साफ की। उन्होंने कहा कि पार्टी अध्यक्ष द्वारा पूर्व में दिया गया बयान केवल चुनाव बाद अपनायी जाने वाली प्रकिया को लेकर था। मालूम हो कि मुलायम ने तीन दिन पहले कहा था कि बहुमत मिलने पर विधायकों का दल मुख्यमंत्री का नाम तय करेगा।

रामगोपाल की चिट्ठी व्यक्तिगत

वहीं पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव रामगोपाल यादव द्वारा मुलायम सिंह यादव को लिखे गये पत्र पर किरणमय नंदा ने कहा कि रामगोपाल ने व्यक्तिगत हैसियत से मुलायम को पत्र लिखा था। इसका पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है। मालूम हो कि शनिवार को रामगोपाल ने मुलायम को भेजे पत्र में कहा था कि सपा तभी जीतेगी जब अखिलेश मुख्यमंत्री चेहरा होंगे। अगर आप चाहते हैं कि पार्टी फिर सौ सीट से नीचे चली जाए तो आप चाहे जो फैसला लें। जनता सपा के पतन के लिए आपको दोषी मानेगी। इतिहास बहुत निष्ठुर होता है, वह किसी को बख्शता नहीं है। नंदा ने साफ किया कि पहले भी मुलायम अखिलेश को ही दोबारा मुख्यमंत्री बनाने की बात कह चुके हैं। इस पर किसी तरह का कोई विवाद नहीं है। बेहद आक्रामक अंदाज में बोले कि मैं जो बात कह रहा हूं, उसे पार्टी और मुलायम का संदेश ही मानिए। इस अवसर पर उन्होंने आगामी नौ नवंबर से मुलायम संदेश यात्रा का तीसरा चरण वाराणसी से शुरू करने का ऐलान भी किया। वाराणसी में इस यात्रा को पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव झंडी दिखाकर रवाना करेंगे।

मुरादाबाद देहात का प्रत्याश्ाी तोड़ा

वहीं दूसरी ओर सोमवार को सपा ने बसपा को झटका देते हुए मुरादाबाद देहात सीट से प्रत्याशी कैसर आलम अंसारी को अपने पाले में कर लिया हालांकि बसपा सूत्रों के मुताबिक उनका टिकट पहले ही काटा जा चुका था। पार्टी प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव की मौजूदगी में कैसर आलम अंसारी ने अपने तमाम समर्थकों के साथ सपा की सदस्यता ग्रहण की। इनमें हाजी सरताज आलम अंसारी, मुन्ना श्रोती, दीपक श्रोती आदि मुख्य थे। इस दौरान शिवपाल ने कहा कि बसपा ने कभी भीे अल्पसंख्यकों का साथ नहीं दिया, मुसलमानाें के प्रति बसपा का रवैया हमेशा नकारात्मक रहा है। वहीं सपा ने एक से एक बढ़कर मुस्लिम नेताओं को स्थापित किया है।

बीस सीटों पर सिमट जाएगी सपा : अक्षय

रामगोपाल यादव के पुत्र एवं सांसद अक्षय यादव ने सोमवार को फिरोजाबाद में कहा कि अखिलेश यादव के चेहरे के बगैर विधानसभा चुनाव में सपा सिर्फ 20 सीटों पर सिमट जाएगी। प्रदेश की जनता एक बार फिर अखिलेश यादव को मुख्यमंत्री के रूप में देखना चाहती है। कुछ लोग उनके परिवार के विरुद्ध साजिश रच रहे हैं, लेकिन उनके मंसूबे सफल नहीं होंगे। ऐसे लोगों के नाम पूछने पर वह सवाल को टाल गए, कहा कि ये नाम सब जानते हैं।