JAMSHEDPUR: रांची से गिरफ्तार गैंगस्टर अखिलेश सिंह गिरोह के गुर्गे जसवीर सिंह ने पुलिस की पूछताछ में कई खुलासा किया है। जसवीर सिंह ने पुलिस को बताया कि अखिलेश सिंह के स्क्रैप सिंडिकेट में कारोबारी से लेकर नेता व सफेदपोश भी शामिल हैं और हर किसी को किसी न किसी आका का वरदस्त हासिल है। खास बात यह है कि ये लोग पहले अखिलेश सिंह और उसके गुर्गे को सुविधा-साधन उपलब्ध कराते हैं और फिर अपराध होने पर हो-हंगामा मचाने से भी पीछे नहीं रहते। पुलिस से अपनी जान-माल की सुरक्षा की गुहार भी लगाते हैं। जसवीर ने पुलिस को बताया कि शंभू जायसवाल, बबलू जायसवाल, अजय गुप्ता, अजय केडिया समेत कई व्यवसायी गैंगस्टर अखिलेश सिंह के सिंडिकेट में शामिल हैं, जो सिंडिकेट से अलग रहने वाले कारोबारियों से स्क्रैप उठाव में प्रति टन भ्00 रुपये की वसूली कर गैंगस्टर और उनके गुर्गो तक पहुंचाते हैं। अखिलेश सिंह को सिंडिकेट के सदस्य ही शहर बुलाते थे। जसवीर ने ये भी बताया कि स्क्रैप के ट्रांसपोटिंग का कार्य करने वाला जुगसलाई का कोइला कुछ ही दिनों में चार हाइवा का मालिक बन गया। स्क्रैप व्यवसाय पर अखिलेश सिंह का वर्चस्व जमशेदपुर, धनबाद, रांची, रामगढ़ से लेकर, राउरकेला और कोलकाता तक कायम है।

करते हैं रंगदारी की मांग

जसबीर ने बताया कि किसी प्रकार की वारदात हो जाने पर गिरोह से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रुप से संपर्क रखने वाले कारोबारी अपने प्रतिद्वंदी कारोबारी का फोन नंबर, नाम-पता और हर ऐसी जानकारी उपलब्ध कराते है। इसके बाद गैंगस्टर के आदेश पर कारोबारी से रंगदारी की मांग भी करते हैं।

कोइला की इजाजत जरूरी

गैंगस्टर अखिलेश सिंह के सिंडिकेट में रामकृष्ण कोइला की भूमिका रामगढ़, धनबाद, बोकारो, दुर्गापुर इलाके के स्क्रैप कारोबारी से रंगदारी वसूली का है। कोइला की इजाजत बिना कोई स्क्रैप का उठाव नहीं कर सकता है। प्रति टन भ्00 रुपए वसूली के बाद उसके द्वारा उपलब्ध वाहन से स्क्रैप का उठाव होता था।

पकड़कर छोड़े जाते रहे सफेदपोश

बागबेड़ा निवासी व जेएमएम नेता उपेंद्र सिंह और सोनारी के अमित राय की हत्या के बाद पुलिस ने अखिलेश सिंह गिरोह से जुड़े कारोबारी, व्यवसायी, बिल्डर्स, स्क्रैप कारोबारी समेत कई को हिरासत में लिया था, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। कारण गिरोह से जुड़ाव ऐसे लोगों का जारी रहा।