आई इम्पैक्ट

- 26 नवंबर तक ई-नगर सेवा पर आए 298 कम्प्लेन

- अक्टूबर महीने में शिकायतों की संख्या थी केवल 98

- जाग रही है इलाहाबाद की पब्लिक

- साफ-सफाई से लेकर, सीवर और लाइट प्रॉब्लम का तत्काल हो रहा है सॉल्यूशन

<आई इम्पैक्ट

- ख्म् नवंबर तक ई-नगर सेवा पर आए ख्98 कम्प्लेन

- अक्टूबर महीने में शिकायतों की संख्या थी केवल 98

- जाग रही है इलाहाबाद की पब्लिक

- साफ-सफाई से लेकर, सीवर और लाइट प्रॉब्लम का तत्काल हो रहा है सॉल्यूशन

ALLAHABAD:

ALLAHABAD: स्मार्ट सिटी बनने जा रही इलाहाबाद की पब्लिक स्मार्ट हो गई है। एरिया में कई दिन से सफाई नहीं हो रही, जानवर मरे पड़े हैं, कोई उठाने वाला नहीं है, पानी नहीं मिल रहा है, या फिर अन्य प्रॉब्लम है तो इसकी शिकायत दर्ज कराने के लिए पार्षद के घर और नगर निगम ऑफिस का चक्कर लगाने के बजाय, लोगों ने ऑनलाइन कंप्लेन दर्ज करानी शुरू कर दी है। ई-नगर सेवा की वेबसाइट पर ऑनलाइन कम्प्लेन दर्ज कराए जा रहे हैं। क्योंकि आनलाइन शिकायत करने पर हंड्रेड परसेंट प्रॉब्लम सॉल्यूशन की गारंटी जो है। ऑनलाइन कम्प्लेन करने वालों की संख्या एक महीने में ही तीन गुनी हो गई है।

आई नेक्स्ट ने बताया था अधिकार

आई नेक्स्ट ने फ्क् अक्टूबर के एडिशन में लोगों को अवेयर करते हुए यह बताया था कि सेंट्रल और यूपी गवर्नमेंट ने क्00 परसेंट गारंटी के साथ प्रॉब्लम साल्यूशन के लिए ई-नगर सेवा वेबसाइट शुरू की है। जिसके जरिए ऑनलाइन शिकायत कर किसी भी तरह की समस्या का समाधान कराया जा सकता है। किसी अधिकारी, पार्षद या फिर नेता के ऑफिस का चक्कर नहीं लगाना पड़ेगा। बल्कि कम्प्लेन करने के बाद एक सप्ताह के अंदर जब तक प्रॉब्लम सॉल्व नहीं हो जाती, शिकायत करने वाले की ओर से क्लीन चिट नहीं दे दिया जाता, तब तक संबंधित कर्मचारी को कार्यालय का चक्कर लगाना पड़ेगा।

अक्टूबर में थे केवल 98 कम्प्लेन

ई-नगर सेवा पर अक्टूबर महीने में कुल 98 कम्प्लेन आए थे। जो अलग-अलग प्रॉब्लम से संबंधित थे। आई नेक्स्ट ने जब लोगों को अवेयर करते हुए आप हों आनलाइन, कर्मचारी आ जाएंगे लाइन पर हेडिंग से न्यूज पब्लिश किया तो लोगों को अपने अधिकारों की जानकारी हुई। जिसका परिणाम ये रहा कि अक्टूबर में जहां आनलाइन 98 शिकायतें आई थीं। वहीं नवंबर महीने में ऑनलाइन शिकायतों का ग्राफ तीन गुना ज्यादा बढ़ गया। ख्म् अक्टूबर तक ख्98 ऑनलाइन शिकायतें की गई थी।

नए सिस्टम से परेशान हैं कर्मचारी

ई-नगर सेवा पर ऑनलाइन शिकायत करने की जानकारी अभी बहुत लोगों को नहीं है, फिर भी कुछ जागरूक लोगों ने अपने अधिकार का प्रयोग शुरू कर दिया है। जिसकी वजह से नगर निगम के कर्मचारियों की लापरवाही और मनमानी बंद हो गई है। अब समस्याओं का हर हाल में निराकरण करना उनकी मजबूरी बन गई है। इसलिए कर्मचारी परेशान हैं।

प्रॉब्लम साल्व होने पर ही कट रहा संबंधित कर्मचारी का नाम

आनलाइन शिकायतें ज्यादा दिनों तक पेंडिंग नहीं रह पा रही हैं। क्योंकि कम्प्लेन दर्जन होने के बाद जब तक प्रॉब्लम सॉल्व नहीं होगा। तब तक संबंधित कर्मचारी का नाम संबंधित नगर निगम के रजिस्टर के साथ ही ई-नगर सेवा के लखनऊ हेड ऑफिस में भी चढ़ा रहेगा। नाम कटवाने के लिए प्रॉब्लम को सॉल्व करना कर्मचारी की मजबूरी है। प्रॉब्लम सॉल्व कर कर्मचारी ई-नगर सेवा कार्यालय फोन कर जानकारी देगा। इसके बाद लखनऊ कार्यालय से कम्प्लेन करने वाले को कॉल कर कन्फर्म किया जाएगा। पुष्टि होने पर ही कर्मचारी का नाम काटा जाएगा।

ख्म् नवंबर तक आए ऑनलाइन कम्प्लेन

क्। स्ट्रीट लाइट से संबंधित कम्प्लेन आए- भ्भ्

ख्। गार्बेज क्लीनिंग से संबंधित कम्लेन आए- 9भ्

फ्। इल्लीगल कंस्ट्रक्शन और इंक्रोचमेंट से संबंधित कम्प्लेन आए- क्भ्

ब्। पब्लिक वर्क सिविल से संबंधित कम्प्लेन आए- क्8

भ्। रोड एंड फुटपाथ से संबंधित कम्प्लेन- ख्0

म्। वाटर सप्लाई कम्प्लेन- ख्ब्

7. ड्रैनेज प्रॉब्लम कम्प्लेन- ब्0

8. एनीमल कम्प्लेन- क्म्

9. पब्लिक पार्क गार्डेन कम्प्लेन- भ्

क्0. मास्किटो एंड इनसेक्टस कम्प्लेन- क्0

-------------टोटल कम्प्लेन- ख्98

- नोट- वन वीक के अंदर हर शिकायत का कर दिया जा रहा है निस्तारण। कोई भी शिकायत एक सप्ताह से अधिक नहीं रह रही है पेंडिंग में।

यूपी गवर्नमेंट द्वारा शुरू की गई ई-नगर सेवा वेबसाइट की सेवाओं का लाभ पब्लिक को मिल रहा है। वेबसाइट पर ऑनलाइन कम्प्लेन करने वालों की संख्या बढ़ रही है। जिसका फायदा पब्लिक को हो रहा है। अक्टूबर में आनलाइन शिकायतों की संख्या क्00 के अंदर थी। वहीं नवंबर महीने में अभी तक ख्98 कम्प्लेन आ चुके हैं। बेहतर मॉनिटरिंग की वजह से काम भी बेहतर हो रहा है।

मणिशंकर त्रिपाठी

आईटी इंचार्ज

नगर निगम