नाइट लैंडिंग की दिक्कत हो जाएगी दूर, खुल जाएगा फ्लाइट सेवा के विस्तार का रास्ता

सरकार को फजल एरिया की जमीन उपलब्ध कराने का निर्देश

सब कुछ राइट टाइम चल रहा है। सभी काम दिसंबर तक पूरे हो जाएंगे। इसके बाद रात में भी इलाहाबाद एयरपोर्ट से विमान उड़ान भरना शुरू कर देंगे। इस रास्ते की सबसे बड़ी बाधा आईएलएस लगाने का काम आलमोस्ट पूरा होने की ओर है। एनवे का दायरा बढ़ाने के लिए भी जमीन काफी हद तक अधिग्रहित हो चुकी है और बाकी बची जमीन सरकार को शीघ्र उपलब्ध कराने का निर्देश इलाहाबाद हाई कोर्ट ने शुक्रवार को दिया है।

अभी तक हैं सिर्फ दो फ्लाइट

इलाहाबाद के बम्हरौली एयरपोर्ट से अभी तक सिर्फ दो फ्लाइटें उड़ान भरती हैं। दोनों दिल्ली से आती हैं और वहीं तक जाती हैं। इसमें से एक आगे मुंबई भी जाती है। दोनों फ्लाइटों के आने और जाने का समय दिन में ही है। इलाहाबाद में कुंभ मेला के चलते बड़ी संख्या में श्रद्धालु आते हैं। इस पर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने खुद नोटिस लिया और यहां नाइट लैंडिंग के लिए आईएलएस लगाने के साथ रनवे का दायरा बढ़ाने के काम की खुद मॉनिटरिंग शुरू करा दी। शुक्रवार को मामले की सुनवाई के दौरान एयरपोर्ट अथॉरिटी के वरिष्ठ अधिवक्ता वीके उपाध्याय ने बताया कि आईएलएस लगाने का काम दिसंबर तक पूरा हो जायेगा। सरकार से पूरी जमीन मिलने के बाद फजल एरिया विकसित कर दिया जायेगा।

अजय कुमार मिश्र की जनहित याचिका की सुनवाई चीफ जस्टिस डीबी भोसले तथा जस्टिस यशवन्त वर्मा की खण्डपीठ सुनवाई कर रही है। याचिका की अगली सुनवाई 8 दिसम्बर को होगी। कोर्ट ने राज्य सरकार के अपर महाधिवक्ता नीरज त्रिपाठी से एयरपोर्ट के लिए अधिगृहीत 50 एकड़ जमीन में से बाकी जमीन का कब्जा शीघ्र सौंप दें ताकि काम में गति लायी जा सके।