आई एक्सक्लूसिव

-जुवेनाइल सेल और बाल सदन का किया जाएगा जीर्णोद्धार

Meerut : मेरठ संप्रेषण गृह में ही आए दिन क्यों हो रहा है बवाल? सोमवार को मेरठ निवासी फरमान अली की जनहित याचिका पर सुनवाई में हाईकोर्ट ने मेरठ में बवाल को लेकर ऐसे ही कई सवाल पूछे। मौके पर मौजूद रहे सूत्र ने बताया कि प्रमुख सचिव समेत प्रशासनिक अफसरों ने मेरठ के संप्रेक्षण गृह में विभिन्न घटनाक्रमों को लेकर एफीडेविट दाखिल किए हैं।

पुलिस के सिर फोड़ा ठीकरा

2-3 मई के घटनाक्रम पर प्रमुख सचिव महिला कल्याण विभाग ने हाईकोर्ट में कहा कि मेरठ के संप्रेषण गृह में स्टाफ की कमी है। हाल ही में किशोरों की शिफ्टिंग का जिक्र करते हुए प्रोवेशन विभाग ने कहा कि स्थानीय लोगों का विरोध देखते हुए संप्रेषण गृह को जिला कारागार स्थित किशोर सदन में शिफ्ट किया जा रहा है। घटनाओं को ठीकरा पुलिस को सिर फोड़ते हुए विभाग ने कहा कि 17 होमगार्ड, 2 कांस्टेबल और सब इंस्पेक्टर की तैनाती की गई है, लेकिन पुलिसकर्मी गेट पर ही तैनात रहते हैं। संप्रेषण गृह के आसपास सुरक्षा घेरा नहीं है तो आपात स्थिति में भी पुलिस का आपेक्षित सहयोग नहीं मिलता।

पूछे सवाल

-हाईकोर्ट-राजकीय संप्रेषण गृह में क्यों हो रहे लगातार बवाल?

-पूर्व प्रमुख सचिव रेणुका कुमार का ट्रांसफर बिना कोर्ट की अनुमति के क्यों किया गया?

-निरुद्ध किशोरों के लिए वोकेशनल ट्रेनिंग, स्टडी के क्या प्रयास किए जा रहे हैं?

-किशोरों की दिनचर्या क्या है, सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं?

-चाइल्ड वेलफेयर कमेटी और जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के मेंबर्स का कार्यकाल क्यों बढ़ाया गया?

डीपीओ फिलहाल यहीं

डीएम द्वारा रिलीव करने के बाद भी डीपीओ पुष्पेंद्र सिंह अभी मेरठ में हैं। सूत्र कहते हैं कि उन्हें मुख्यालय की ओर से अभी बने रहने के लिए कहा गया है। बता दें कि उप मंडलीय परिवीक्षा अधिकारी आशुतोष सिंह ने मेरठ डीपीओ का चार्ज लेने से मना कर दिया।

संप्रेषण गृह में लगातार हो रहे बवाल पर हाईकोर्ट ने सवाल किया था। सरकार की ओर से एफीडेविट दाखिल कर दिया गया है।

-पुष्पेंद्र सिंह, डीपीओ, मेरठ

पि्रंसिपल मजिस्ट्रेट ने किया दौरा

मंगलवार को शाम पांच बजे बागपत के जुवेनाइल जस्टिस बोर्ड के प्रिंसिपल मजिस्ट्रेट लकी ने सूरजकुंड स्थित राजकीय संप्रेषण गृह का दौरा किया। यहां अधीक्षक मिथलेश सिंह को मजिस्ट्रेट ने सवालों के जबाव न दे पाने पर जमकर फटकार तो वहीं डीपीओ के साथ उन्होंने दूसरी मंजिल पर स्थित संप्रेषण गृह का दौरा किया और निरुद्ध किशोरों से वार्ता की।