छात्रों के दबाव में झुका इलाहाबाद विश्वविद्यालय प्रशासन

20 मार्च से लाइब्रेरी से मिलेंगी UG छात्रों को किताबें

15 April तक पूरा कर लिया जाएगा appointment

वापस लिये जायेंगे एक-दूसरे पर दर्ज मुकदमे, कोई अनुशासनात्मक कार्रवाई भी नहीं

छात्रसंघ अध्यक्ष- उपाध्यक्ष समेत बाकी छात्रों ने खत्म किया अनशन

ALLAHABAD: इलाहाबाद यूनिवर्सिटी एडमिनिस्ट्रेशन ने छात्रों के भारी दबाव के बीच दो बड़ी घोषणायें और कर दी हैं। जिन्हें पूरा करने के लिये समय सीमा भी तय कर दी गई है। एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने छात्रों को लिखकर दे दिया है कि अंडर ग्रेजुएट स्टूडेंट्स को कब से किताबें मिलना शुरू हो जायेंगी? इसके अलावा इविवि में परमानेंट रजिस्ट्रार एवं फाइनेंस ऑफिसर के एप्वाइंटमेंट के लिये भी समय सीमा तय कर दी गई है।

आश्वासन की घुट्टी ही पिलाते थे

इस बावत वर्तमान रजिस्ट्रार प्रोफसर एनके शुक्ला की ओर से छात्रसंघ को भेजे गये पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि लाइब्रेरी से स्नातक की किताबें 20 मार्च से मिलना शुरू हो जायेंगी। बता दें कि छात्रों की यह मांग लम्बे समय से चली आ रही थी। जिसके क्रम में हर बार केवल आश्वासन की घुट्टी ही पिलाई जाती थी। हर बार लाइब्रेरी में संसाधनो और इम्पलाईज की भारी कमी का हवाला देकर बात आई गई होती रही। लेकिन, पहली दफे ऐसा हुआ है, जब एयू एडमिनिस्ट्रेशन ने लिखकर दिया है कि वह 20 मार्च से स्नातक की किताबों का वितरण शुरू करेगा।

परीक्षाओं के दौर में issue हो पायेगी books

हालांकि, यह अपने आप में बड़ा सवाल है कि इतने कम समय में लाइब्रेरी से किताबों के वितरण की व्यवस्था कैसे सुनिश्चित हो सकेगी? लाइब्रेरी के सूत्रों का कहना है कि उनके यहां तो ऐसी कोई भी तैयारी फिलहाल नहीं है। यही नहीं अब तक नियम रहा है कि परीक्षाओं के दौर में किताबें इश्यू भी नहीं की जातीं। बता दें कि इविवि में वार्षिक परीक्षायें 16 मार्च से शुरू हो रही हैं। उधर, रजिस्ट्रार प्रो। एनके शुक्ला ने अपने पत्र में इस बात का भी जिक्र किया है कि पर्मानेंट रजिस्ट्रार और फाइनेंस ऑफिसर के एप्वाइंटमेंट का सेलेक्शन प्रॉसेस शुरू हो चुका है। इन दोनो पोस्ट पर एप्वाइंटमेंट 15 अप्रैल तक पूरा करके नियुक्ति दे दी जायेगी।

मान मनौव्वल के लिये पहुंचा अमला

इन दोनो मांगों पर सकारात्मक रूख के मद्देनजर इविवि छात्रसंघ भवन पर चल रहा छात्रसंघ पदाधिकारियों और छात्रों का अनशन भी थर्सडे को समाप्त हो गया। छात्रों का अनशन तुड़वाने खुद एसपी सिटी, एडीएम सिटी, सीओ कर्नलगंज, इंस्पेक्टर पहुंचे थे। छात्रों पर प्रेशर था कि वे विधानसभा चुनाव के दौरान किये जा रहे अनशन को तत्काल खत्म करें। अनशन स्थल पर चीफ प्रॉक्टर प्रो। हर्ष कुमार, डीएसडब्ल्यू प्रो। आरकेपी सिंह, आटा अध्यक्ष प्रो। राम सेवक दूबे, लॉ के एचओडी प्रो। आरके चौबे भी पहुंचे। जिनके मान मनौव्वल के बाद छात्रों ने जूस पीकर अपना अनशन खत्म कर दिया।

ये बैठे थे अनशन पर

गौरतलब है कि छात्रसंघ भवन पर चल रहे अनशन में छात्रसंघ अध्यक्ष रोहित कुमार मिश्रा, उपाध्यक्ष अदील हमजा, अनुभव उपाध्याय, अनुभव सिंह छोटू, जितेन्द्र कुमार बिन्द, अनुज शुक्ला, नीरज प्रताप सिंह एवं आशुतोष पाठक शामिल थे। हालांकि, अनशन खत्म करने से पहले छात्रों ने अपनी एक और मांग मनवा ली। जिसमें चीफ प्रॉक्टर और डीएसडब्ल्यू ने लिखकर दिया कि वे विवि प्रशासन द्वारा छात्रों पर दर्ज करवाये गये सभी मुकदमे वापस लेंगे। इस पर छात्रसंघ अध्यक्ष ने भी वादा किया कि वे विवि प्रशासन और गार्डो पर दर्ज मुकदमे वापस लेंगे। इस मौके पर विश्वदीपक, विक्रांत सिंह, आनन्द सिंह निक्कु, अमर यादव, भीम सिंह चंदेल, वरूण, कृपाशंकर, चन्द्रशेखर, देवेश, अमित आदि मौजूद रहे।

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विवि प्रशासन और पुलिस का बहुत धन्यवाद। सत्य की इस लड़ाई में छात्रों ने जो एकजुटता दिखाई। उसने छात्र एकता के लिये मजबूती का काम किया है। हम विवि प्रशासन से अपनी मांगे मनवाने में सफल रहे। यह हमारी जीत है।

-रोहित कुमार मिश्रा,

अध्यक्ष छात्रसंघ

20 मार्च से स्नातक की किताबें मिलना शुरू हो जायेंगी। इसके अलावा रजिस्ट्रार और एफओ का परमानेंट एप्वाइंटमेंट भी 15 अप्रैल तक कर दिया जायेगा। छात्रों की चार प्रमुख मांगों में दो पहले ही मंजूरी मिल चुकी हैं।

प्रो। एनके शुक्ला,

रजिस्ट्रार इविवि

बदले गए फैसले

छात्रों की मांग पर प्रवेश समिति को भंग हो चुकी है

इंट्रेंस एग्जाम सेंट्रलाइज्ड प्रक्रिया से होगा पूरा, राजस्थान सेंट्रल यूनिवर्सिटी को भेजा गया प्रस्ताव

आनलाइन के साथ आफलाइन मोड में परीक्षा दे सकेंगे छात्र

स्नातक के छात्रों को भी मिलेगी लाइब्रेरी से किताबें

रजिस्ट्रार और एफओ का परमानेंट एप्वाइंटमेंट भी 15 अप्रैल तक कर दिया जायेगा