शुक्रवार को पीजी इंट्रेंस के दौरान ह्वाट्सएप पर आ गया था पेपर, छात्र इविवि प्रशासन के खिलाफ मुखर

24 घंटे का अल्टीमेटम, परीक्षा निरस्त न होने पर आत्मदाह की चेतावनी

ALLAHABAD: सेंट्रल यूनिवर्सिटी इलाहाबाद की पीजी, क्रेट समेत अन्य कोर्सेस की प्रवेश परीक्षाओं में हुई नकल व पेपर लीक होने का हवाला देकर छात्र उसे निरस्त कराने की मांग पर अड़ गए हैं। सबसे ज्यादा आक्रोश पीजी और क्रेट को लेकर है। इसके मद्देनजर छात्रों ने इविवि प्रशासन के खिलाफ सैटरडे को एकजुट होकर आवाज बुलंद की। विरोध के लिए छात्रों का जत्था मार्निग में ही कुलपति कार्यालय पर पहुंच गया। वहां कुलपति के न मिलने पर परीक्षा निरस्त किए जाने की मांग को लेकर छात्र लॉ फैकेल्टी पहुंच गए।

संवादहीनता से बढ़ा दिखा गुस्सा

इस दौरान छात्रों ने जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। विवि प्रशासन को परीक्षा निरस्त कराने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया गया है। ऐसा न करने पर कुछ छात्रों ने आत्मदाह की चेतावनी दी है। हालांकि, काफी देर चले प्रदर्शन के बाद भी वीसी प्रो। आरएल हांगलू छात्रों से संवाद के लिए नहीं पहुंचे। विवि का मानना है कि पीजी प्रवेश परीक्षा का पर्चा आउट नहीं हुआ है। वीसी के न मिलने से छात्रों का आक्रोश बढ़ गया। वहीं लॉ फैकेल्टी में पहले से ही पुलिस फोर्स बुला ली गई थी। छात्रों को चीफ प्रॉक्टर, डीएसडब्ल्यू समेत बाकी अफसरों ने उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर वापस लौटाया।

विरोध न होने से बढ़ा मनोबल

प्रदर्शन में शामिल छात्रों का कहना है कि इविवि प्रशासन यूजी प्रवेश परीक्षा में की गई गड़बडि़यों के समय ही चेत गया होता तो यह नौबत नहीं आती। उस समय छात्रों का विरोध तेज न होने के कारण प्रवेश में शामिल शिक्षकों का मनोबल बढ़ गया और उन्होंने दोबारा वही गलतियां दोहराई जो पूर्व में की जा चुकी थीं। छात्रों का आरोप है कि सेटिंग के जरिए नकल में वे छात्र भी शामिल रहे, जिन्हें एडमिशन दिलाकर भावी छात्रसंघ चुनाव लड़वाना है। छात्रों ने करोड़ों के खर्च पर परीक्षा कंडक्ट करवाने वाली एजेंसी की भूमिका पर सवाल उठाते हुए सख्त कार्रवाई की मांग की है।

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न्यायालय भी जाएंगे छात्र

प्रदर्शन में शामिल छात्रसंघ के पूर्व उपाध्यक्ष विक्रांत सिंह, विवेकानंद पाठक, अक्षय भट्ट, मानस शर्मा, सूरज मिश्र, चंदन सिंह, श्रवण जायसवाल, सर्वम जायसवाल आदि ने आम छात्रों के हक की लड़ाई के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाने का भी मन बनाया है। खास बात यह रही कि प्रदर्शन में एएन झा हास्टल के अन्त:वासी भी बड़ी संख्या में शामिल रहे। बता दें कि इस हास्टल के अन्त:वासी बहुत कम ही किसी विरोध प्रदर्शन में शामिल होते हैं। इन्हें दूसरे हास्टल्स से भी समर्थन मिल रहा है। देर शाम छात्रनेता अक्षय भट्ट ने अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल को भी ज्ञापन सौंपा।

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जांच तो करवानी ही होगी

छात्रसंघ के सांस्कृतिक मंत्री जितेन्द्र शुक्ला कवि विशाल ने एमएचआरडी मिनिस्टर को पत्र लिखकर हस्तक्षेप की मांग की है। आप की स्टूडेंट विंग छात्र युवा संघर्ष समिति ने कुलपति को ज्ञापन देकर उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। ज्ञापन देने वालों में अंकेश यादव, अंजनी कुमार मिश्र, आकाश सिंह, दिनेश सिंह, अजय राव, मो। जबीर आदि शामिल रहे। छात्र स्वतंत्रता संघर्ष के पदाधिकारियों ने इविवि परिसर में प्रदर्शन करके विवि को गलत हांथों में जाने से बचाने की अपील की। इसमें अध्यक्ष सद्दाम अली सुल्तान, मो। जाबिर, अतीश सिन्हा, सौरभ पांडेय, मो। सलमान, रजत मिश्र, विष्णु प्रताप शामिल रहे। वहीं ईश्वर शरण डिग्री कालेज गेट पर संयुक्त मंत्री कपिल पटेल के नेतृत्व में प्रदर्शन हुआ। स्टूडेंट्स फेडेरेशन ऑफ इंडिया के जयप्रकाश, सईद अरशद, रत्नेश, ज्ञानेंद्र, अनूप सिंह आदि ने परीक्षा निरस्त करने की मांग की है।