- 20 हजार से ज्यादा आवंटी परेशान

- तय समय से दो तीन साल भी नहीं मिला मकान

LUCKNOW: अपनी गाढ़ी कमाई से लखनऊ प्राधिकरण में मकान या फ्लैट बुक कराया तो बस इंतजार ही करते रह जाएंगे। न तो समय से मकान बनेगा, न ही कब्जा मिलेगा। एक दो नहीं दर्जन भर से ज्यादा प्लॉट, फ्लैट और रो हाउसिंग की कई योजनाएं तय समय के सालों बाद भी पूरी नहीं हो सकी हैं। आलम यह है कि ख्0 हजार से ज्यादा आवंटी एलडीए से आस लगाए बैठे हैं लेकिन उन्हें मकान कब मिलेगा इसका पता नहीं है। उनकी सुनवाई तो हो नहीं रही ऊपर से एलडीए कीमते भी बढ़ाता जा रहा है।

केस एक

नवीन मल्होत्रा ने ख्00फ् में अपनी मां सरोज के नाम से बसंत कुज योजना में प्लॉट लिया था। सालों पहले पूरी रकम भी जमा कर दी। लेकिन क्ख् साल बाद भी उन्हें प्लॉट पर कब्जा नहीं मिल सका है। इस बीच उनकी मां की डेथ भी हो गई। अकेले बसंतकुंज योजना में ही 800 से ज्यादा लोग मकान की आस लगाए बैठे हैं। उन्हें एलडीए कब्जा नहीं दिला पा रहा है।

केस ख्

कानपुर निवासी रजनीश बाजवा ने ख्008 में मानसरोवर योजना में फ्लैट बुक कराया था। लेकिन बाद में एलडीए ने योजना ही रद्द कर दी। बाद में उन्हें सनराइज अपार्टमेंट में फ्लैट आवंटित किया। जो ख्0क्ख् तक बनना था। लेकिन अब तक उन्हें फ्लैट नहीं मिल सका है। इसकी बजाए एलडीए अधिकारियों ने 8.फ्0 लाख रुपए और जमा करने के आदेश दे दिए हैं।

क्यों है समस्या?

कानपुर रोड स्थित सनराइज अपार्टमेंट के साढ़े पांच सौ से ज्यादा आवंटियों को इस साल मार्च तक काम पूरा कराने का आवश्वासन दिया गया था। लेकिन अचानक किसान धरने पर बैठक गए और एलडीए अधिकारी उन्हें मना नहीं सके हैं। जिसके कारण इस समय भी काम ठप पड़ा है। आवंटी आरोप लगा रहे हैं कि अधिकारियों ने जानबूझकर काम रूकवा रखा है।

सिर्फ इंतजार ही आया हाथ

कानपुर निवासी रजनीश बाजवा ने सन ख्008 में मानसरोवर योजना में फ्लैट आवंटित कराया था। उन्होंने ख्ख्.भ् लाख के फ्लैट का एलाटमेंट लेटर मिलने के डेढ़ साल के अंदर ही ख्0क्0 में क्7 लाख रुपए भी जमा कर दिए। लेकिन एलडीए ने ख्0क्0 तक कंस्ट्रक्शन शुरू ही नहीं किया। उसके बाद योजना ही रद्द कर दी गई। आवंटियों से कहा गया कि सनराइज अपार्टमेंट में दिया जाएगा। इसके बाद उन्हें नौवें फ्लोर फ्लैट आवंटित हुआ। जबकि इससे पहले मानसरोवर जी प्लस फ् में फ्लैट मिलना था। यहां तक तो ठीक था। लेकिन अब अचानक फरवरी माह में एलडीए ने 8.फ्0 लाख रुपए अतिरिक्त जमा करने के लिए लेटर भेज दिया। रजनीश के साथ ही इस योजना के दर्जनों आवंटी परेशान हैं।

अभी बढ़ सकती है कास्ट

मानसरोवर योजना में लगभग डेढ़ दर्जन ही आवेदन आए। आवंटियों के रूचि न लेने के कारण एलडीए ने योजना रद्द कर दी। जिसके बाद उनसे सनराइज में फ्लैट के लिए सहमति मांगी गई। तय हुआ कि जमीन की कीमत वही ली जाएगी लेकिन निर्माण की कीमत वर्तमान की देनी होगी। साथ ही आवंटियों की जमा धनराशि पर 9 परसेंट ब्याज भी दिया जाएगा। एलडीए में उप सचिव केके सिंह ने बताया कि फ्लैट की कास्टिंग के बाद ही शेष धनारशि जमा करने के लिए पत्र भेजा गया। अभी यह फाइनल कॉस्टिंग नहीं है। यह बढ़ भी सकती है।

किसानों ने रुकवाई योजनाएं

सनराइज, बसंतकुंज सहित कई अन्य योजनाए किसानों के साथ मुआवजे के मामले में भी फंस गई। कभी एलडीए ने निर्माण शुरू करने में देरी की तो कभी किसानों ने धरना प्रदर्शन कर अतिरिक्त मुआवजे के लिए काम रूकवा दिया। एलडीए किसानों से विवादों का समाधान नहीं कर पा रहा जिसके कारण योजनाएं लटक रही हैं और आवंटी परेशान हैं।

योजना--कब पूरा होना था--फ्लैट

गोल्डन क्रस्ट-- ख्0क्फ्--भ्ब्

पंचशील-ख्0क्ख्--ब्8

सनराइज--ख्0क्ख्--भ्म्0

धेनुमति--ख्0क्फ्--7फ्म्

रिवरव्यू फेज ख्-- ख्0क्ख्--ख्क्00

सुलभ आवास-- ख्0क्ख्--फ्भ्00

सहज आवास-- ख्0क्ख्--क्क्ख्

बसंत कुंज-- ख्0क्0--क्000

गोमती नगर विस्तार--ख्00म्--क्000

निजी डेवलपर्स-- ख्00भ्--ख्0क्ख्

आई साल्यूशन

अगर आपको प्लॉट पर कब्जा नहीं मिल रहा है तो बाबुओं या अन्य कर्मचारियों से मिलने की बजाए अपर सचिव, सचिव या एलडीए वीसी से सम्पर्क करें। समय से पजेशन न मिलने या फ्लैट न मिलने पर आप अपना पैसा भी वापस ले सकते हैं। एलडीए को इसके लिए एक पत्र लिखना होगा और एलडीए आपको ब्याज सहित आपका धन वापस करेगा।

सभी योजनाओं को जल्द से जल्द पूरा किया जाएगा। इसके आदेश दे दिए गए हैं। हमारी कोशिश है कि रूकी हुई योजनाएं अगले वित्तीय वर्ष तक पूरी की जा सके।

सत्येन्द्र सिंह, वीसी, एलडीए