JAMSHEDPUR: जमशेदपुर के रहनेवाले अलकायदा के संदिग्ध आतंकी सैयद मोहम्मद जीशान अली को सउदी अरब से बुधवार को भारत लाया गया। इसके बाद गुरुवार को दिल्ली की एक अदालत ने उसे क्ब् दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया।

स्पेशल सेल के डीसीपी प्रमोद कुशवाहा ने बताया कि जीशान आतंकवादी गतिविधियों के नेटवर्क का हिस्सा है और वो भारत में आतंक की जमीन तैयार करने की कोशिश में था.दिल्ली पुलिस ने एक साल पहले जीशान के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। आतंकी जिशान दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल का वांटेड था और सऊदी से ही अलकायदा की आतंकी गतिविधियों को भारत के खिलाफ ऑपरेट कर रहा था। सैय्यद मो जीशान अली मानगो स्थित रोड नंबर-क्ब् का रहनेवाला है।

ख्008 से ही हैं बाहर

जिशान और उसका भाई आसियान हैदर ख्008 से ही शहर से बाहर हैं। दोनों भाई कुछ दिन तक बंगलुरु में रहे और वर्ष ख्0क्0-क्क् में सउदी में चले गए। साकची के एक कॉलेज में दोनों ने पढ़ाई की है। जीशान के पिता सैय्यद रकीबुल हैदर टाटा स्टील के सेवानिवृत्त कर्मचारी हैं, जो अपनी पत्नी और बेटी के साथ घर में रहते हैं। उन्हें भी जीशान को सउदी से भारत लाए जाने की जानकारी मिली है। जीशान की पत्नी सउदी में ही डॉक्टर है। जीशान और आसियान के आतंकी संगठन से जुड़े होने की जानकारी क्भ् नवंबर ख्0क्भ् को ओडि़शा के कटक के जगतपुर कच्छ से गिरफ्तार अब्दुल रहमान कटकी और हरियाणा से क्8 जून ख्0क्म् को गिरफ्तार किए गए जमशेदपुर के धतकीडीह निवासी अब्दुल सामी से पूछताछ में दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच को मिली थी। जमशेदपुर में कई दिन तक पुलिस टीम ने कैंप किया था। जीशान और आसियान की तलाश में मानगो आवास पर दबिश भी दी गई थी। अब्दुल सामी और कटकी से झारखंड, ओडिशा और बंगाल पुलिस ने भी पूछताछ की थी। दोनों ने आतंकी संगठन से जुड़े जमशेदपुर के मानगो, कपाली, रांची, चतरा समेत कई इलाके से जुड़े युवकों का नाम और पते की जानकारी दी थी। अब्दुल सामी और अब्दुल रहमान कटकी दोनों जनवरी ख्0क्म् से दिल्ली के तिहाड़ जेल में है।

कटकी ने कराई थी शादी

ग्लास्को इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर ख्007 में हुए हमले के मास्टरमाइंडर डॉ सबील अहमद की बहन से सैय्यद मो जीशान अली की शादी बंगलुरू में हुई थी। शादी पार्टी का आयोजन मानगो में किया गया था। शादी करवाने में अब्दुल रहमान कटकी की ही भूमिका थी। कटकी की जीशान से ख्00फ् से जान-पहचान थी। दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को अब्दुल रहमान कटकी से पूछताछ में यह जाकारी मिली थी।

इन संदिग्ध को सत्यापित कर रही एटीएस

झारखंड की एटीएस टीम को अब्दुल रहमान कटकी और अब्दुल सामी ने अबु सुफियान, मो। साकिब, सैयद मो। आसियान हैदर, सैयद मो। जिशान हैदर, मो। बिलाल, हुजेफा, मो। असद, मो। हुजैफा, मो। आदिल, अरशद, साकित, मो। तैयफ, सरफराज आलम, हमजा उर्फ मो। रिजवान, अब्दुल्ला, मौलाना महमूद, ओसामा, अजहर शाह, जफर मसूद, युसुफ, फरातुल्ला गौरी, काजिर पासा, आसिम, मो। आसिफ, डॉ साबिर, मुस्तफा लौलाल के आतंकी संगठन से जुड़े होने की जानकारी दी थी। एटीएस सभी संदिग्ध का नाम शामिल करने के बाद अकरम शेख मसूद और नसीम अख्तर के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र समर्पित किया था। इसमें चतरा निवासी अबु सुफियान को अलकायदा संगठन का झारखंड का मुखिया बताया गया था।

देशद्रोह का मामला है दर्ज

बिष्टुपुर थाने में तत्कालीन इंस्पेक्टर जितेंद्र कुमार ने अब्दुल सामी, अब्दुल रहमान कटकी, बिष्टुपुर धतकीडीह रज्जाक कॉलोनी निवासी अकरम शेख उर्फ मसूद उर्फ मोनू और मानगो ओल्ड पुरुलिया रोड निवासी नसीम अख्तर उर्फ राजू के खिलाफ अलकायदा से युवकों को जोड़ने, जोड़ने के लिए प्रेरित करने, देश की शांति व्यवस्था को छिन्न-भिन्न करने के प्रयास को देशद्रोह बताते हुए एफआइआर दर्ज कराई थी। बाद में आतंकी संगठन से जमशेदपुर का जुड़ाव पाए जाने के बाद सरकार ने मामले की जांच प्रदेश की एटीएस को सौंप दी थी। तब से एटीएस मामले की जांच कर रही है। जीशान और आसियान तभी से दिल्ली क्राइम ब्रांच की रडार पर थे।

कलीमुद्दीन व उसके बेटे के खिलाफ वारंट

एसटीएफ ने कोर्ट से मानगो निवासी मो कलीमुद्दीन और उसके बेटे के घर की कुर्की का वारंट हासिल कर लिया था। फरारी का इश्तेहार भी चस्पा किया, लेकिन अब तक आजादनगर थाना पुलिस ने कुर्की नहीं की। पुलिस ने अब्दुल सामी और कटकी की गिरफ्तारी के बाद दोनों को हिरासत में लिया था, लेकिन बाद मे छोड़ दिया। दोनों तब से फरार हैं और इनके भी सउदी में होने की सूचना है। एसटीएफ ने जमशेदपुर कोर्ट में ख्9 संदिग्ध का नाम शामिल करने के साथ ही अकरम शेख मसूद और नसीम अख्तर का वाद आरोप पत्र दाखिल किया था।