-ट्रैफिक पुलिस ने शहर के चौराहों पर चलाया जागरुकता अभियान

-1000 ड्राइवर व राहगीरों को ट्रैफिक नियमों की दी गई जानकारी

BAREILLY: अक्सर धरना-प्रदर्शन या अन्य वजह से जाम में एंबुलेंस फंसने से मरीज की मौत की खबर आती है। कई बार फायर टेंडर की गाड़ी के जाम में फंसने आग से बड़ा नुकसान हो जाता है। किसी मरीज की जान न जाए और आग से बड़ा नुकसान न हो, इसके लिए संडे को ट्रैफिक पुलिस ने जागरुकता अभियान चलाया। शहर के अलग-अलग चौराहों पर करीब 1 हजार ड्राइवर्स व राहगीरों को अवेयर किया गया और उन्हें एंबुलेंस और फायर को रास्ता देने के बारे में बताया गया। इसके अलावा ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी गई और पैम्फलेट भी बांटे गए। यदि जाम में एंबुलेंस के फंसने से किसी की जान जाती है तो इसके लिए ट्रैफिक पुलिस व जाम लगाने वाला जिम्मेदार होगा और उसके खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।

हाईकोर्ट ने दिए सख्त निर्देश

हाईकोर्ट के आदेश पर ट्रैफिक पुलिस हेडक्वार्टर से सभी जिलों को निर्देश दिए गए हैं कि वह सिनेमाघरों, मॉल, होटल, रेस्टोरेंट व अन्य स्थानों पर पुलिस के साथ मिलकर वर्कशॉप आयोजित करें। हाईकोर्ट ने हर हाल में सड़क क्लियर रखने के निर्देश दिए हैं, लेकिन बरेली की हालत देखें तो ऐसा बिल्कुल नहीं है। यहां हर जगह जाम की स्थिति बनी रहती है। हाईकोर्ट के निर्देशों का पालन कराने के संबंध में सैटरडे एसपी ट्रैफिक कमलेश बहादुर ने ट्रैफिक पुलिसकर्मियों के साथ मीटिंग कर निर्देश दिए थे। जिसी के तहत संडे को चौराहों पर अवेयरनेस प्रोग्राम चलाया गया। जिसमें रोडवेज ड्राइवर्स, ऑटो ड्राइवर्स व अन्य वाहन चालकों को ट्रैफिक से जुड़ी जानकारी दी गई।

इन निर्देशों का कराना है पालन

-वाहन को पार्किंग स्थान पर ही खड़ा किया जाए

-सड़क व सड़क किनारे वाहनों को पार्क न किया जाए

-सभी प्रकार का अतिक्रमण हटाया जाए,

-सड़क पर गलत तरीके से वाहन को न खड़ा करें

-ट्रैफिक सिग्नल पर एक साइड में वाहन खड़ा करें। ताकि एंबुलेंस व फायर आसानी से निकल सके