ALLAHABAD: घूरपुर क्षेत्र के मासूम नैतिक अपहरण कांड के आरोपी अमित, अंकित, मनोज और राजेश रविवार को दोपहर में मुठभेड़ के बाद दबोच लिए गए। इस दौरान पुलिस की गोली से मुख्य आरोपी अमित घायल हो गया, जिसे एसआरएन में भर्ती कराया गया है। आरोपियों के पास से एक पिस्टल, तमंचा, खोखा और बाइक के साथ एक मिनी लोडर बरामद हुआ है।

 

कर्ज चुकाना था, बनाई योजना

रविवार शाम पुलिस लाइंस सभागार में एसएसपी आकाश कुलहरि ने बताया कि घूरपुर के मछली बाजार गौहनिया का अमित कुशवाहा मुंबई में ट्रक चलाता था। इस दौरान उसने जरूरत के समय कुछ लोगों से कर्ज लिया था। कुछ दिनों पहले ही लौटकर घर आया तो कर्ज देने वाले रुपये लौटाने का दबाव बनाने लगे। अमित लाख प्रयास के बाद भी कर्ज की अदायगी नहीं कर पा रहा था। अंत में परेशान होकर उसने कपड़ा कारोबारी शंभूनाथ केसरवानी के पोते का अपहरण करने के लिए योजना बनाई।

 

मोबाइल छीना, साथी बनाया

अपहरण की तैयारी में बीस दिन पहले कर्मा और 15 दिन पहले गौहनिया में दो लोगों का मोबाइल छीना। फिर भाई अंकित कुशवाहा, कौंधियारा बजहिया के राजेश पटेल और गौहनिया के मनोज साहू को साथ मिलाकर बृहस्पतिवार की रात आठ वर्षीय नैतिक का अपहरण कर लिया। उसे लेकर चारों लोहगरा गए और नैतिक पुष्पराज व पंचराज कोल के हवाले कर दिया। वे दोनों नैतिक को लेकर पहाड़ पर चले गए।

 

चरवाहों ने बचाई नैतिक की जान

शनिवार को नैतिक के रोने की आवाज सुनकर चरवाहों को दोनों पर शक हुआ तो उन्होंने दौड़कर पकड़ लिया और पुलिस को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची तो दोनों से पूछताछ में अपहर्ताओं के नाम सामने आए। रविवार को दोपहर बाद पुलिस को खबर मिली कि नैतिक अपहरण कांड के आरोपी मिनी लोडर से भागने की फिराक में हैं।

 

पुलिस टीम पर की फायरिंग

इसके बाद क्राइम ब्रांच, स्वॉट टीम और घूरपुर पुलिस ने इरादतगंज हवाई पट्टी पर घेराबंदी की। बदमाशों की गाड़ी को रोकने का प्रयास किया गया तो उन्होंने पुलिस टीम पर फायर किया। तब बचाव में पुलिस ने भी फायरिंग शुरू की। इस दौरान पैर में गोली लगने से अमित जख्मी हो गया और गाड़ी से कूद कर भागने लगा। तब पुलिस वालों ने दौड़ाकर पकड़ा और एसआरएन में जाकर भर्ती कराया। फायरिंग और अमित की गिरफ्तारी से डरे अन्य अभियुक्तों ने सरेंडर कर दिया।

 

 

क्राइम पेट्रोल देख बनाई योजना

मास्टर माइंड अमित ने पूछताछ में बताया कि उसने टीवी पर क्राइम पेट्रोल सीरियल देखने के बाद अपहरण की योजना बनाई। उसके निशाने पर शंभू के बड़े भाई शंकरलाल केसरवानी का पोता था। नैतिक और शंकर के पोते की उम्र लगभग समान है, इसलिए वे धोखे में नैतिक को ही उठा ले गए। फिरौती के रूप में 20 लाख रुपये की डिमांड की गई थी, जिससे अमित अपना कर्ज उतारता और साथियों को उनका हिस्सा देता।

 

टीम को इनाम, सम्मानित होंगे चरवाहे

पुलिस टीम की बहादुरी पर एसएसपी ने इनाम की घोषणा की है। टीम में इंटेलीजेंस विंग प्रभारी बृजेश सिंह, स्वॉट टीम प्रभारी जितेंद्र पाल सिंह, एसआई वृंदावन राय, अवधेंद्र तिवारी, आशीष मिश्रा, नितेश, अवनीश आदि थे। एसएसपी ने बताया कि नैतिक की बरामदगी में मुख्य भूमिका निभाने वाले चरवाहों को 26 जनवरी (गणतंत्र दिवस) पर सम्मानित किया जाएगा।

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