-फ्राइडे सुबह कलेक्ट्रेट में दो मासूम बच्चों की डेड बॉडी रखकर किया प्रदर्शन

-दोपहर में एक्सीडेंट में मौत के बाद रामपुर गार्डन में नेशनल हाइवे पर लगाया जाम

-गुस्साए परिजनों ने दोनों मामलों में पुलिस पर लगाया लापरवाही बरतने का आरोप

BAREILLY: क्या बरेली पुलिस की संवेदनाएं मर गई हैं। क्या किसी की मौत से पुलिस-प्रशासन को कोई फर्क नहीं पड़ता। फ्राइडे को पुलिस पर इसी तरह के आरोप लगे। पूरे दिन पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन होते रहे। विशारतगंज में दो मासूम बच्चों की मौत के बाद फ्राइडे सुबह कलेक्ट्रेट गेट पर पुलिस और प्रशासन की कारगुजारी से नाराज लोगों ने डेड बॉडी रखकर प्रदर्शन किया। वहीं दोपहर बाद एक्सीडेंट में रामपाल की मौत के बाद कई घंटे तक बिथरी पुलिस के ना पहुंचने पर गुस्साए लोगों ने रामपुर गार्डन में नेशनल हाइवे पर डेड बॉडी रखकर प्रदर्शन किया। दोनों मामलों में घंटों तक सड़क भी जाम रही। अधिकारियों के आश्वासन के दोनों मामले में परिजन शांत हो गए।

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सैकड़ों लोग ट्रैक्टर-ट्राली से पहुंचे

विशारतगंज के कंधरपुर गांव में थर्सडे को गांव के गामू की दीवार गिरने से ऋषिपाल के दो बच्चों क्0 वर्षीय वीकेश और 8 वर्षीय गोवर्धन की मौत हो गई थी। पुलिस और प्रशासन की लापरवाही के चलते लोगों ने बच्चों का अंतिम संस्कार नहीं किया। फ्राइडे सुबह कलेक्ट्रेट पर ऋषिपाल के साथ गांव के सैकड़ों लोग ट्रैक्टर-ट्रालियों से पहुंच गए और बच्चों के शव को कलेक्ट्रेट गेट पर रख प्रदर्शन करने लगे। गुस्साए लोगों ने एसडीएम आंवला, तहसीलदार आंवला और एसओ विशारतगंज के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। प्रदर्शन की सूचना पर एडीएम सिटी आलोक कुमार और सीओ सिटी फ‌र्स्ट असित श्रीवास्तव मौके पर पहुंच गए। प्रदर्शन करने वालों में स्थानीय बीजेपी नेता भी पहुंचे हुए थे। परिजनों का आरोप था कि एसओ ने उनसे अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। इसके अलावा तहसीलदार ने दैवीय आपदा ना होने के चलते मुआवजा दिलाने से भी साफ इंकार कर दिया था।

मां-बहन हो गइर् बेहोश

कलेक्ट्रेट के सामने ही भीड़ और चौराहे के चारों और ट्रैक्टर-ट्राली खड़े होने से जाम लग गया। एडीएम सिटी व अन्य पुलिसकर्मियों ने काफी देर तक परिजनों को समझाने का प्रयास किया। पुलिस ने डेडबॉडी भी हटाने का प्रयास किया, लेकिन लोग नहीं माने। लोगों की पुलिस से भी नोकझोंक हुई। डेड बॉडी के सामने मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल हो रखा था। कई बार मां और बहनें बेहोश भी हो गई।

सीएम राहत कोष से भ्-भ् लाख दिलाने का आश्वासन

करीब एक घंटे के प्रदर्शन के बाद एडीएम सिटी के समझाने पर बीजेपी युवा मोर्चा के स्थानीय नेता नेम चंद्र मौर्या के नेतृत्व में मृतकों के पिता ऋाषिपाल व अन्य लोग डीएम से अपनी बात कही। डीएम ने तुरंत इस मामले में कार्रवाई और मदद का आश्वासन दिया। डीएम ने रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से परिजनों को ख्भ् हजार रुपये, पिता का बीपीएल कार्ड, पिता का लेवर डिपार्टमेंट में रजिस्ट्रेशन और अन्य सरकारी योजनाओं में लाभ दिलाने का आश्वासन दिया। डीएम ने परिजनों को मुख्यमंत्री राहत कोष से दोनों बच्चों के नाम से भ्-भ् लाख रुपये की सहायता के लिए रिकमेंड करने का आश्वासन दिया। एसओ की लापरवाही की शिकायत पर डीएम ने तुरंत एसएसपी को फोन किया। कुछ देर बाद सभी एसएसपी से मिलने पहुंचे। एसएसपी ने शिकायत पर एफआईआर दर्ज करने और एसओ के खिलाफ कार्रवाई का आदेश दिया। जिसके बाद ही लोगों ने मौके से डेड बॉडी हटाई। पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिए ।