पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी, सड़क पर बैठ कर किया रोड जाम

पुलिस के साथ हुई धक्का-मुक्की, बैरियर भी खदेड़े

BAREILLY: मासूम अंशिका की हत्या के मामले में मंडे को परिजनों का गुस्सा पुलिस-प्रशासन पर फूट पड़ा। अंशिका के परिजनों और रिश्तेदारों ने मिलकर कलेक्ट्रेट पर धावा बोल दिया। सभी ने कलेक्ट्रेट पर जमकर नारेबाजी और प्रदर्शन किया। गुस्साए लोगों ने सड़क तक जाम कर दी। इस दौरान पहुंची पुलिस से भी परिजन भिड़ गए। जमकर धक्का-मुक्की भी हुई। परिजन चारों हत्यारोपियों को फांसी दिलाने की मांग पर अड़े हुए हैं। वहीं वे पुलिस पर आरोपियों को बचाने का भी आरोप लगा रहे थे।

कलेक्ट्रेट तक निकाला पैदल मार्च

अरुणा की गिरफ्तारी के बाद भी हत्या की वजह ना जान पाने और हथियार बरामद ना होने पर परिजनों का गुस्सा चरम पर पहुंच गया। मंडे सुबह अंशिका के मोहल्ले वाले व रिश्तेदार इक्ठ्ठा होकर प्रदर्शन करते हुए पैदल कलेक्ट्रेट पहुंच गए। सभी ने हाथों में बैनर पोस्टर लेकर जमकर नारेबाजी की। सूचना पर सुभाषनगर, कोतवाली व किला पुलिस के एसएचओ फोर्स के साथ पहुंच गए।

दो बार हो गई बेहोश

कलेक्ट्रेट पर भीड़ को रोकने के लिए पुलिस ने गेट बंद कर आगे बैरियर लगा दिया लेकिन इसके बावजूद लोग नहीं रुके। उल्टा परिजनों ने पुलिस के साथ धक्का-मुक्की की और बैरियर खदेड़ कर आगे निकल गए। इस दौरान सिटी मजिस्ट्रेट ने लोगों को समझाया लेकिन उनके जाने के बाद परिजन सड़क पर ही बैठ गए, जिससे जाम लग गया। अंशिका की मां तो दो बार बेहोश भी हो गई।

आरोपियों को बचा रही पुलिस

परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने आरोपियों को तो गिरफ्तार कर लिया लेकिन हत्या की वजह का पता नहीं लगा पाई। पुलिस ने आरोपियों के बयान को ही सही मान लिया है। वहीं आला-ए-कत्ल भी बरामद नहीं किया है। जबकि अंशिका की हत्या भारी वस्तु से सिर पर वार करने से हुई है। परिजनों का कहना है कि पुलिस आरोपियों को बचाना चाहती है इसलिए ढीली कार्रवाई कर रही है।

मार ही डालते अरुणा को

प्रदर्शन के दौरान ही सुभाषनगर पुलिस अरुणा को पेश करने के लिए कोर्ट पहुंच गई। अरुणा को रिक्शे पर ले जाते वक्त कलेक्ट्रेट पर अंशिका के परिजनों ने घेर लिया। लोगों का गुस्सा अरुणा पर फूट पड़ा और उन्होंने उसकी पिटाई शुरू कर दी। बड़ी मुश्किल से पुलिस ने अरुणा को लोगों के चंगुल से छुड़ाया। वहीं अरुणा के बचाव में आए पुलिसकर्मियों को भी इस दौरान लोगों की मार खानी पड़ गई।

पास्ट हिस्ट्री

सुभाषनगर के नेकपुर की रहने वाली अंशिका थर्सडे सुबह गायब हो गई थी। फ्राइडे सुबह परिजनों को अंशिका की डेडबॉडी पड़ोसी दीपू के घर में गटर में बोरे में बंद मिली थी। परिजनों ने इसमें दीपू, उसके पिता सतेंद्र, मां अरुणा और पत्‍‌नी गौरी के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज करायी है। पुलिस ने चारों आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है।