RANCHI : मंगलवार को सुबह 10.30 बजे के करीब दो गुटों के बीच छोटे से विवाद ने कुछ इस कदर तूल पकड़ा कि चान्हो थाना एरिया का सिलागाईं गांव रणक्षेत्र बन गया। पुलिस की मौजूदगी में यहां तीन घंटे तक उत्पात होता रहा। 'रणक्षेत्र' में बांस की बल्ली, टांगी, तलवार और फरसा, सबकुछ निकला। क्या महिला और क्या बच्चे व बुजुर्ग, किसी को भी बाहर से आए इन उत्पातियों ने नहीं बख्शा। जो सामने आया, सबकी पिटाई कर दी। उत्पातियों के आगे पुलिस भी बेबस नजर आ रही थी।

पुलिसकर्मियों पर भी हमला

सिलागाईं गांव में बाहरी उत्पातियों ने कुछ इस कदर कहर बरपाया कि पुलिसवाले भी उनका निशाना बन गए। उत्पातियों को रोकने की बजाय पुलिस अपने हथियार संभालने में ही लगी हुई थी। सैकड़ों की संख्या में आए उत्पातियों के आगे पुलिस की संख्या काफी कम पड़ गई थी। इसी का फायदा उठाते हुए उत्पातियों ने लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के लिए तैनात पुलिसकर्मियों पर भी हमला बोल दिया। महिला पुलिसकर्मियों पर भी हमले कर उन्हें चोटिल कर दी, उत्पातियों के हमले में 12 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिसमें 6 महिला पुलिसकर्मी थी।

भागने का नहीं मिला मौका

उत्पाती पूरी प्लानिंग और तैयारी के साथ आए थे। सिलागाईं गांव में उत्पात करने में वो कोई कसर नहीं छोड़ रहे थे। जो सामने आ रहा था, उसकी पिटाई हो जा रही थी। इस कारण पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई थी। लोगों को भागने का मौका नहीं मिल रहा था। घटनास्थल पर किसी का चप्पल छूट गया था तो किसी का जूता। वे समझ नहीं पा रहे थे कि आखिर किस तरफ भागें.उत्पातियों ने चारों ओर से गांव को घेर लिया था। एक से दो हजार की संख्या में आए उत्पातियों के आगे गांववाले बेबस नजर आ रहे थे।

पुलिस ने की हवाई फायरिंग

मौके पर मौजूद रूरल एसपी सुरेंद्र कुमार झा, एसडीओ अमित कुमार, खलारी के डीएसपी राधा प्रेम किशोर और उनके दो बॉडीगार्ड को भी उत्पातियों ने निशाना बनाया। जब पुलिस ने हवाई फायरिंग की तो उत्पाती भागने लगे। इसके बाद गांव की महिलाओं ने मोर्चा संभाल लिया। महिलाओं ने उत्पातियों को खदेड़ना शुरू कर दिया। काफी मशक्कत के बाद उत्पातियों के उत्पात को कंट्रोल में किया गया।

वीर बुधू भगत के वंशज को मार डाला

एक छोटे से विवाद में उत्पातियों ने वीर बुधू भगत के वंशज दशरथ भगत को पीट-पीट कर मार डाला। उत्पातियों ने एक ऐसे शख्स की जान ले ली, जिनके पूर्वजों ने अंग्रेजों के खिलाफ जंग लड़ा था। लकरा विद्रोह का आगाज करनेवाले वीर बुधू भगत के कई वंशजों को आज अपने ही गांव में बाहरी तत्वों ने न सिर्फ निर्वस्त्र किया, बल्कि मारपीट कर घायल कर दिया। दशरथ महतो की हत्या के बाद न सिर्फ परिजन, बल्कि पूरे सिलागाईं गांव सकते में है। गांववालों में आक्रोश है। शांति के लिए जाने जानेवाले इन वंशजों की आंखों में खून तैर रहा है। वे बदला लेना चाहते हैं, पर प्रशासन ने उन्हें बेडि़यां पहना दी है।

44 लोग हुए अरेस्ट

दशरथ भगत की हत्या व अन्य लोगों पर किए गए कातिलाना हमले मामले में 44 लोगों को चान्हो पुलिस ने अरेस्ट किया है। जिन्हें पकड़ा गया है, उनपर हत्या समेत कई मुकदमे चलेंगे। रांजी के डीआईजी प्रवीण कुमार सिंह ने इसकी पुष्टि की है।

पूरी प्लानिंग के साथ आए थे उत्पाती

मंगलवार की सुबह 10 बजे तक सिलागाईं का माहौल सामान्य था। सभी अपने-अपने कामों में बिजी थे। इस बीच बाहर से आए उत्पातियों का जमावड़ा गांव में होने लगा। एक-दो करके उत्पाती आते जा रहे थे। वे एक-एक घर को निशाना बनाने की फिराक में थे। घर में वे महिलाओं के साथ मिसबिहेव कर रहे थे। जब महिलाओं ने विरोध किया तो उत्पाती उनकी इज्जत लुटने पर उतारू हो गए। गांव के एक युवक ने बताया कि खेत में धनिया रोप रही युवतियों के साथ उत्पातियों ने बदसलूकी की।