- उत्तराखंड सहित कई राज्यों में ठगी करने वाले 4 आरोपी गिरफ्तार

- प्रेमनगर में दोमुंहे सांप बेचकर ठगे थे 18 लाख रुपये

- शिमला बाईपास से पकड़े गए ठग

DEHRADUN:

प्रेमनगर पुलिस ने दोमुंहे सांप बेचने और फर्जी कंपनी बनाकर लोगों पर चुना लगाने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने आरोपियों को शिमला बाईपास से गिरफ्तार किया है। प्रेमनगर स्थित कोहलुपानी के रहने वाले एक व्यक्ति को दोमुंह वाला सांप क्0 लाख में बेचने और फिर एक फर्जी कंपनी बनाकर दोबारा सांप का जहर खरीदने के नाम पर 8 लाख ठग लिए। व्यक्ति के साथ कुल क्8 लाख की ठगी हुई। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होने उत्तराखंड सहित यूपी, हरियाणा, हिमाचल, राजस्थान और दिल्ली में भ्0 से अधिक लोगों को ठगा है।

- प्रेमनगर कोहलुपानी के रहने वाले अश्वनी कुमार ने ख्क् जुलाई को प्रेमनगर थाना पहुंचकर लिखित तहरीर दी और बताया कि एक महीने पहले वह किसी काम से हरिद्वार गया था, जहां उसकी मुलाकात नदीम नाम के व्यक्ति से हुई, जिसने बताया कि वह रुड़की का रहने वाला है और उसके पास एक दोमुंह वाला सांप है, जिसकी कीमत ब् से भ् करोड़ रुपये बताई। साथ ही नदीम ने बताया कि एक कंपनी है जो इसके जहर से कैंसर के लिए दवाई बनाने का काम कर रही है। नदीम, अश्वनी को दोमुंह वाला सांप ख्0 लाख रुपये में देने को तैयार हो गया। इसके दो दिन बाद अश्वनी को एक कॉल आई, जिसमें एक व्यक्ति ने बताया कि वह एंटीक व‌र्ल्ड कंपनी का मैनेजर है और वह एंटीक सामान लेते हैं। उसका नंबर उसे नेट से मिला है। इसके बाद अश्वनी ने नदीम को कॉल कर उससे दोमुंह वाला सांप खरीद लिया। जिसके लिए उसने अलग-अलग दिन पर नदीम को दस लाख रुपये दिये। इसके बाद मैनेजर जितेंद्र गुप्ता और शकील नाम का एक व्यक्ति उससे मिलने आये और सांप का ब् करोड़ रुपए में सौदा किया। जिसके बाद उन्होंने कहा कि शकील कंपनी का टेस्टर है जो सांप के जहर का टेस्ट करेगा, इसके लिए अश्वनी को पहले टेस्ट के लिए 8 लाख रुपये देने होंगे। अश्वनी ने 8 लाख रुपये दे दिए। एक हफ्ते बाद अश्वनी को कॉल आया कि टेस्टिंग के दौरान सांप की मौत हो गई है और अब यह डील नहीं हो सकती है। अश्वनी ने छानबीन की तो उसे पता चला कि कंपनी बनाकर उसके साथ ठगी हुई है। जिसके बाद अश्वनी ने उन से अपना रुपये वापस मांगा तो उन्होंने उसे जान से मारने की धमकी भी दी। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर इसकी छानबीन शुरू कर दी। मंगलवार को पुलिस को सूचना मिली कि ये आरोपी किसी और से ठगी करने देहरादून आए हुए हैं। पुलिस ने सूचना पर ठगों को शिमला बाईपास से गिरफ्तार कर लिया।

एंटीक व‌र्ल्ड नाम से चला रहे थे फर्जी कंपनी

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वीरेंद्र बरार नाम के एक व्यक्ति ने राजेंद्र फेज दिल्ली में एंटीक व‌र्ल्ड नाम की एक कंपनी खोली पर वह चल नहीं पाई। इसके बाद इसने म् महीने पहले इसके फर्जी तरीके से यह कंपनी दोबारा खोली, जिसमें उसने नदीम, जितेंद्र गुप्ता और शकील को पार्टनर बनाया और इस कंपनी के नाम पर ठगी का धंधा शुरू कर दिया।

कई राज्यों में की ठगी

आरोपियों ने बताया कि वे उत्तराखंड सहित दिल्ली, यूपी, हरियाणा, राजस्थान और हिमाचल प्रदेश में ठगी का काम करते हैं। उन्होंने अब तक भ्0 से म्0 लोगों के साथ ठगी की है। पुलिस अब अन्य प्रदेशों में इन पर दर्ज मुकदमों की छानबीन कर रही है। इन से पुलिस ने क्क् लाख रुपये नकद, कंपनी की फर्जी रशीद और मोहर, इलेक्ट्रॉनिक वैट मशीन और एक कार बरादम हुई है।