- पिता गंगा प्रसाद ने दिया प्रार्थना पत्र

- अनुज की आपबीती सुनकर सिहर उठे लोग

LUCKNOW: एलएलबी स्टूडेंट गौरी श्रीवास्तव की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस की ज्यादतियों का शिकार हुए अनुज के घर शुक्रवार को आईपीएस अमिताभ ठाकुर टीम के साथ पहुंचे। उनके सामने अनुज ने आपबीती सुनाई जिसे सुनकर वहां मौजूद सभी लोग सिहर उठे। आईपीएस ठाकुर ने अनुज के परिजनों से वायदा किया कि निर्दोष होने के बावजूद अरेस्ट किये गए अनुज को वह पूरा इंसाफ दिलाएंगे।

पिता ने दी एप्लीकेशन

आईपीएस ठाकुर ने सिस्टम से हार मान चुके अनुज के परिवारीजनों से जुल्म केखिलाफ आवाज उठाने को कहा। उन्होंने कहा कि अगर वे लोग हिम्मत जुटाकर उनके साथ खड़े हों तो वह उन सभी को पूरा इंसाफ दिलाएंगे। इस आश्वासन के बाद अनुज के पिता गंगाराम ने अनुज के जेल में रहने के दौरान म्म् दिनों की आपबीती को बयां करते हुए एक एप्लीकेशन दी।

बर्तन चोरी का आरोप लगाकर ले गए थे घर से

गंगाप्रसाद ने आईपीएस ठाकुर को बताया कि रात क्ख्.फ्0 पुलिसकर्मी दीवार फांदकर उनके घर में घुसे और कहा कि अनुज ने कहीं से बर्तन चुराए हैं। जब अनुज ने उनके आरोप का विरोध किया तो वे लोग उसे मां-बाप के सामने ही बेरहमी से पीटने लगे और जिस परिवारीजन ने बीचबचाव करने की कोशिश की उसे भी जमकर पीटा गया। जिसके बाद वे उसे पकड़कर थाने ले गए जहां उस पर हत्या का आरोप मढ़ दिया गया। गंगाराम ने कहा कि ऐसा व्यवहार तो शायद किसी दुश्मन के साथ भी नहीं किया जाता जो पुलिसकर्मियों ने उनके संग किया।

बाइक और मोबाइल वापसी के लिये एसएसपी को लिखा प्रार्थना पत्र

अनुज ने उनसे अपनी जब्त बाइक और मोबाइल दिलाने की गुजारिश की। जिस पर आईपीएस ठाकुर ने अनुज से अरेस्टिंग के दौरान जब्त की गई अपनी बाइक व मोबाइल फोन की वापसी के लिए एसएसपी के नाम प्रार्थना पत्र लिखवाया। उन्होंने अनुज को विश्वास दिलाया कि वह खुद एसएसपी यशस्वी यादव से बात करेंगे और उसका सामान वापस दिलाएंगे। उनके संग टीम में डिवीजनल वार्डेन विनोद रात्रा, जितेन्द्र सिंह, स्टाफ ऑफिसर महादेव प्रसाद शामिल थे।