ऐसी है जानकारी
वीजा देने से इंकार किए जाने पर अनुपम खेर का कहना है कि वह वीजा न मिलने से बेहद हैरान हैं। उन्होंने बताया कि लिट्रेचर फेस्ट में करीब 18 लोगों को यहां से जाना है। इनमें से 17 लोगों को वीज़ा दे दिया गया है, लेकिन उनको नहीं दिया गया। भला क्यों। इसके आगे उन्होंने कहा कि वे पाक कलाकारों का भारत में दिल खोलकर स्वागत करते हैं। ऐसे में ये भी होता है कि अगर किसी कारण से एक जगह पर उनका कार्यक्रम रद्द कराया जाता है तो उनके कार्यक्रम का आयोजन दूसरी जगह कराया जाता है, लेकिन ये तो बिल्कुल भी पारस्परिक नहीं है।
कहीं ये तो नहीं कारण
उन्होंने ये भी कहा कि काश वह उनको वीज़ा न दिए जाने के कारण को जान पाते। उनका ये सोचना भी था कि कहीं ऐसा उनके कश्मीरी पंडित होने या भारत में असहिष्णुता पर दिए बयान के कारण तो नहीं हुआ। फिल्हाल जैसा कि अनुपम खेर ने बताया कि उनको वीज़ा न दिला पाने के कारण कार्यक्रम के आयोजक खुद भी शर्मिंदा हैं।
पाक उच्चायुक्त ने दी दलील
उधर, दूसरी ओर इस मामले में पाक उच्चायुक्त का कहना है कि अनुपम खेर ने वीज़ा के लिए अर्जी ही नहीं दी थी। इसको लेकर उच्चायुक्त ने दलील दी कि उनसे पूछिए कि क्या उनके पास अर्जी देने की कोई रसीद है। वहीं बताया ये भी जा रहा है कि 2015 में भी पाकिस्तान की ओर से अनुपम को वीज़ा देने से इंकार कर दिया गया था।
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