-चचेरे भाइयों ने ही अपने बहनोई के साथ मिलकर वारदात को दिया था अंजाम

-30 अप्रैल 2016 को रामपुर गार्डन स्थित हॉस्टल से हुआ था अपहरण

<-चचेरे भाइयों ने ही अपने बहनोई के साथ मिलकर वारदात को दिया था अंजाम

-फ्0 अप्रैल ख्0क्म् को रामपुर गार्डन स्थित हॉस्टल से हुआ था अपहरण

BAREILLYBAREILLY: शहर के बहुचर्चित मेडिकल स्टूडेंट अनुराग पाल अपहरण कांड का क्क् महीने बाद खुलासा हुआ है। खुलासा भी चौकाने वाला है। अनुराग के अपहरण के क्फ् दिन के बाद ही एक करोड़ की फिरौती न मिलने पर उसके अपने चचेरे भाइयों ने बहनोई के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी थी। इसके बाद शव के टुकड़े कर अलग-अलग ब्रीफकेस भरकर जम्मूतवी ट्रेन में रख दिया था। इस मामले का खुलासा शाहजहांपुर की पुलिस ने किया है।

एक करोड़ मांगी थी फिरौती

शाहजहांपुर के सिंधौली में रसूलपुर चठिया गांव निवासी हाकिम सिंह का पुत्र अनुराग पाल शहर के गंगाशील मेडिकल कॉलेज में बीएएमएस सेकंड ईयर का छात्र था। वह रामपुर गार्डन स्थित हॉस्टल में रहता था। कॉलेज में संडे की छुट्टी होने पर हर सैटरडे को वह अपने गांव जाता था। फ्0 अप्रैल ख्0क्म् को भी वह अपने घर जाने के लिए निकला था, लेकिन गांव नहीं पहुंचा था। रास्ते में ही उसका अपहरण कर लिया गया था। अपहरणकर्ताओं ने दो मई ख्0क्म् को अनुराग के पिता हाकिम सिंह को बेटे को छुड़ाने के लिए एक करोड़ रुपए की फिरौती के लिए कॉल की थी।

गला दबाकर की हत्या

शाहजहांपुर की रामचंद्र मिशन थाने की पुलिस की गिरफ्त में आए अपहरणकर्ता रसूलपुर चठिया निवासी विष्णु दयाल, विजय कुमार और आरसी मिशन क्षेत्र के दिलावरपुर निवासी नरेशपाल ने बताया कि उन्होंने ही अनुराग का अपहरण किया था। विष्णु और विजय अनुराग के सगे चचेरे भाई और नरेश इन दोनों का बहनोई है। इन तीनों के अलावा नरेश का बेटा अजय और ममेरा भाई संजीव भी हत्याकांड में शामिल था। पकड़े गए अभियुक्तों ने अगवा करके अनुराग को शाहजहांपुर के सदर बाजार क्षेत्र के तारीन टिकली मोहल्ला में किराए के एक मकान में रखा था। लेकिन, ज्यादा दिनों तक उसे छिपाकर रखने से पकड़े जाने के डर के चलते क्फ् दिन बाद ही अनुराग की गला दबाकर हत्या कर दी थी और उसके मोबाइल फेंक दिया था। हत्याकांड का खुलासा होने के बाद से शाहजहांपुर पुलिस ने तीनों को जेल भेज दिया था।