यूपी बोर्ड एग्जाम की कॉपियों का अजब गजब हाल
lucknow@inext.co.inLUCKNOW : यूपी बोर्ड कॉपियों के मूल्यांकन में अभी तक स्टूडेंट्स द्वारा पास करने के लिए सिफारिशें लिखी मिलती थी, लेकिन इस बार स्टूडेंट्स ने इसका भी तरीका बदल दिया है। इंटरमीडिएट के इंग्लिश की कॉपी में स्टूडेंट्स ने बिरहा लिखकर पास करने का अनुरोध किया है। साथ ही यह भी लिखा है कि पास कर देंगे तो पैर पर गिरकर जो कहेंगे वहीं करूंगा। राजधानी के एक मूल्यांकन केंद्र पर निकली इस कॉपी को देख कॉपी जांच रहे शिक्षक भी अपनी हंसी नहीं रोक पाएं। हालांकि उन्होंने सिफारिश को नजर अंदाज कर दिया।

पास हो गया कुछ कमाल नहीं होगा
शहर में पांच केंद्रों पर कॉपियों का मूल्याकंन चल रहा है। मूल्यांकन के दौरान एक केंद्र पर शिक्षक को इंटर की अंग्रेजी विषय की कॉपी जांचने के लिए एक बंडल दिया गया। शिक्षक ने जैसी ही कॉपी जांचने के लिए खोला तो उस पर लिखा था, क्वेश्चन नंबर एक उपेंद्र लाल यादव का बिरहा- कमरिया छूटे रहे ननदि देवरा बिरहा लिखने के बाद छात्र ने दूसरे पन्ने पर लिखा क्षमा कीजिएगा सर, मैं पास नहीं हुआ तो कमाल कोई नहीं होगा, पास हो गया तो आपके पैर में गिरकर जो कहेंगे वहीं करूंगा। वहीं एक कॉपी में छात्र ने पिता की कैंसर से हुई मौत का हवाला देकर पास करने की गुजारिश की है। वहीं एक कॉपी में स्टूडेंट्स ने हनुमान चालीसा लिखकर छोड़ दी।

अगर आपका बेटा होता तो
छात्र ने कॉपी में लिखा कि सर पासिंग के नंबर चढ़ा दीजिएगा। एक लड़के की जिंदगी आपको दुआ देगी। मेरी जगह आपका बेटा होता तो, इसी बात का ख्याल रख लीजिए। हालांकि कॉपी पढ़ने के बाद गुरुजी ने कोई रियायत न दिखाते हुए पूरे पन्ने पर क्रास का निशान लगा दिया। वहीं इस बार परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी लगाए जाने का भी असर मूल्यांकन की कॉपियों में देखने को मिल रहा है। एक जिले की विशेष कोड वाली गणित की कॉपी में सिर्फ दो से तीन सवाल ही किए गए थे, वह भी गलत थे। बाकी पूरी कॉपी खाली थी। शिक्षक के मुताबिक इसके अलावा भी गणित विषय की कई कॉपियों में कुछ ऐसा ही हाल रहा। शिक्षक इसकी वजह नकल न हो पाना मान रहे हैं।

मूल्यांकन में न आने पर एक शिक्षक का वेतन रोका
डीआईओएस ने रेलवे हायर सेकंडरी स्कूल के शिक्षक जैसराज गुप्ता की मार्च की सैलरी रोकने का आदेश जारी कर दिया है। डीआईओएस ने अपने आदेश में कहा है कि शिक्षक की ड्यूटी मूल्यांकन कार्य में लगायी गयी है। इसके बावजूद वह बोयोमेट्रिक व उपस्थिति पंजीका पर हस्ताक्षर कर तुरंत गायब हो जाते हैं जो अनुशासनहीनता है। उनके इसी कार्य प्रणाली को देखते हुए उनका वेतन रोकने का आदेश जारी किया गया है।