सिटी के अधिकतर अपार्टमेंट्स में नहीं है फायर सेफ्टी की व्यवस्था

आधे घंटे में जल कर खाक हुआ शैलेश विहार अपार्टमेंट का फ्लैट नंबर 304

RANCHI: शैलेश विहार अपार्टमेंट में लगी आग पर भले ही काबू पा लिया गया हो। लेकिन, इस अगलगी ने सिटी के उन सैकड़ों अपार्टमेंट्स की सेफ्टी की पोल खोल दी है, जहां फायर सेफ्टी के नाम पर कोई व्यवस्था ही नहीं है। जी हां, आग के मुहाने पर सिटी के सैकड़ों अपार्टमेंट्स खड़े हैं। जहां कभी भी अनहोनी से बड़ा हादसा हो सकता है।

अधिकतर इमारतों में फायर सेफ्टी नहीं

डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रिेशन ने जनवरी में सिटी की सभी मल्टी स्टोरीज बिल्डिंग में फायर सेफ्टी की जांच करवाई थी। इसमें फायर सर्विस डिपार्टमेंट ने पाया कि इन बिल्डिंगों में आग लगने की आपात स्थिति में बचने का कोई इंतजाम नहीं है। अधिकतर इमारतों में आग से निपटने के लिए उपकरण का केवल ढांचा भर है। पानी की बौछार के लिए जिस बॉक्स में पाइप लपेटकर रखा जाता है, उसमें पाइप ही नहीं है। पानी फेंकने के लिए लगाई गई पाइप जंग खा रही हैं।

क्या है नियम

2005 के नेशनल बिल्डिंग कोड के अनुसार, सिटी के सभी मल्टीस्टोरी बिल्डिंग और अपार्टमेंट में फायर सेफ्टी का इंतजाम करना जरूरी है। लेकिन, इसका पालन सिटी के अधिकतर अपार्टमेंट ने नहीं किया गया है।

क्या कहते हैं अपार्टमेंट के लोग

1-इस फ्लैट में पहले भी आग लग चुकी है। आज भी शार्ट सर्किट से आग लगी। इस अपार्टमेंट को बनाने वाले बिल्डर ने यहां पर फायर सेफ्टी की कोई व्यवस्था ही नहीं की है। हम लोग अपने स्तर से कुछ इंतजाम किए हैं।

-कमलेश संचेती, सेक्रेटरी, शैलेश विहार अपार्टमेंट

2-हम लोग अपने फ्लैट में थे कि अचानक से पूरे अपार्टमेंट में धुंआ फैलने लगा। इसके बाद से हम लोग बाहर निकले। सभी लोग दहशत में थे। गनीमत है कि आग पर काबू पा लिया गया।

-विनिता

3-अगर समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता, तो पता नहीं ये आग कितने फ्लैट को अपनी चपेट में ले लेती। काफी अधिक नुकसान भी हो सकता था, लेकिन आग पर समय रहते काबू पा लिया गया।

-मनोरमा

4-आज बड़ा हादसा टल गया। लेकिन, फ्लैट नंबर 304 का तो सारा सामान जल गया। ऐसे हादसे दोबारा न हों, इसके लिए और भी ज्यादा इंतजाम होना चाहिए।

-नीतू