1969 का है यह मामला
1969 में नील ऑर्मस्ट्रांग ने चंद्रमा पर पहला कदम रखा था तो उससे ठीक दो महीने पहले अपोलो 10 के एस्ट्रोनॉट ने सनसनीखेज खबर का खुलासा किया था। रिपोर्ट के मुताबकि, अपोलो 10 जब चंद्रमा की कक्षा में घूम रहा था तो उस दौरान उनका धरती से कम्यूनिकेशन टूट गया था। जिसके बाद अंतरिक्ष यान में बैठे सभी एस्ट्रोनॉट के हेडफोन में म्यूजिक की आवाजें आने लगीं। हालांकि शुरुआत में तो उन्हें लगा कि कुछ तकनीकी खराबी के चलते यह हुआ लेकिन बाद में हकीकत पता चलने पर सभी शॉक्ड रह गए।

नासा ने किया खुलासा

नासा ने इस महीने अपनी साइंस चैनल सीरीज 'NASA's Unexplained Files' में इस बात का जिक्र किया है। इस सीरीज में अपोलो 10 की रिकॉर्डिंग दिखाई गई है कि, जिसमें एस्ट्रोनॉट आपस में बात करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इनमें से एक कहता है कि, क्या आप लोगों ने Whooooooooo! की आवाज सुनी। तभी दूसरा एस्ट्रोनॉट जवाब देता है कि, हां उसे भी कुछ म्यूजिक जैसा सुनाई पड़ा। यह काफी अलग सी आवाज थी जिसे उन एस्ट्रोनॉट ने सुना था।

क्या है रहस्य
नासा में इस साउंड को लेकर कई बार बहस भी हो चुकी है। कुछ लोगों का मानना है कि यह चंद्रमा के आसपास बने मैग्नेटिक फील्ड से उत्पन्न हुई आवाज है। वहीं अन्य लोग कहते हैं कि चंद्रमा के इर्द-गिर्द किसी तरह की मैग्नेटिक फील्ड नहीं है और वहां इस तरह का वातावरण भी नहीं है। फिलहाल सालों पहले सुनी वह आवाज आज भी साइंटिस्टों के लिए रहस्य बनी हुई है।

Courtesy : dailymail.co.uk

inextlive from World News Desk

 

International News inextlive from World News Desk