BAREILLY:
आर्म्ड पुलिस से सिविल पुलिस में मर्ज हुए पुलिसकर्मियों को एक बार फिर से सिविल पुलिस छोड़नी होगी। इस बार उन्हें पीएसी आर्म्ड पुलिस से सिविल पुलिस में मर्ज हुए पुलिसकर्मियों को एक बार फिर से सिविल पुलिस छोड़नी होगी। इस बार उन्हें पीएसी (प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी - प्रादेशिक आर्म्ड कांस्टेबुलरी) ) में मर्ज किया जा रहा है। शासन ने इसका आदेश जारी कर दिया है। आदेश मिलते ही बरेली पुलिस ने आर्म्ड पुलिस में तैनात 625 जवानों की लिस्ट तैयार करनी शुरू कर दी है। 18 जनवरी तक सभी का ट्रांसफर होना है। जल्द ही लिस्ट पीएचक्यू भेज दी जाएगी और उसके बाद किस जवान को पीएसी के किस बटालियन में भेजा जाएगा, इसका पता चल सकेगा। प्रदेश में 28,084 आर्म्ड पुलिस के जवानों को पीएसी में भेजा जाएगा।
आर्म्ड पुलिस का अलग काम
बता दें कि प्रदेश में दो वर्ष पूर्व आर्म्ड पुलिस के 28,084 जवानों को सिविल पुलिस में मर्ज कर दिया गया था। जिसके चलते सिविल पुलिस की संख्या 2,23, 844 से बढ़कर 2,51,928 हो गई थी। डीजीपी ने 30 जून 2016 को शासन को एक पत्र लिखा था, जिसमें कहा गया कि आर्म्ड पुलिस को सुरक्षा, लोक व्यवस्था, आपदा प्रबंधन, ट्रैफिक कंट्रोल, गार्ड ड्यूटी, बंदी एस्कॉर्ट, हवालात ड्यूटी व अन्य काम की ट्रेनिंग दी जाती है। जबकि सिविल पुलिस को आईपीसी, ह्यूमन राइट, लैंगिक संवेदनशीलता, क्राइम कंट्रोल, विवेचना, अभियोजन आदि की ट्रेनिंग दी जाती है। दोनों के काम अलग-अलग हैं, जिसकी वजह से दोनों के मर्ज होने से प्रॉब्लम हो रही हैं। इसी के तहत आर्म्ड पुलिस को पीएसी में भेजा जा रहा है। इससे आर्म्ड पुलिस की संख्या भी पूरी हो जाएगी। पीएसी से डिस्ट्रिक्ट में ट्रांसफर होने पर इंडक्शन कोर्स भी कराया जाएगा।
जनपद में ट्रांसफर की होगी ये सीमा
32 से 39 वर्ष तक की आयु के 25 परसेंट
39 से 46 वर्ष तक की आयु के 25 परसेंट
25 वर्ष से 53 वर्ष तक की आयु के 25 परसेंट
53 वर्ष से अधिक आयु के - 25 परसेंट
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