467 को चाहिए आ6र्स लाइसेंस, 387 हैं बिजनेसमैन

- डिस्ट्रि1ट आ6र्स मजिस्ट्रेट के द3तर में मिले आवेदन कर रहे हैं तस्दीक

एमएलए डॉ जीतू चरण राम और राम कुमार पाहन का नाम भी आवेदकों की लिस्ट में

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RANCHI (13 ष्ठश्वष्ट): रांची के व्यवसायी खौफ में हैं। ये डर के साये में अपना कारोबार कर रहे हैं। यह हम नही कह रहे हैं, बल्कि आ6र्स लाइसेंस के लिए आ6र्स मजिस्ट्रेट के द3तर में आए आवेदन इसकी तस्दीक कर रहे हैं। पिछले एक साल में 467 लोगों ने आ6र्स लाइसेंस के लिए आवेदन दिए हैं, जिनमें 387 लोगों ने अपने पेशे में व्यवसाय दर्ज किया है। खास बात है कि ज्यादातर आवेदकों ने रिवॉल्वर के लाइसेंस के लिए आवेदन दिया है।

रिवॉल्वर है पहली पसंद

आवेदन देने वालों में ज्यादातर की पहली पसंद रिवॉल्वर का लाइसेंस लेना है। पिछले एक माह में आ6र्स मजिस्ट्रेट को 32 आवेदन मिले हैं, जिसमें 26 रिवॉल्वर के लाइसेंस के लिए है। लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों का कहना है कि रिवॉल्वर को लेकर चलना ज्यादा आसान है, इसी वजह से वे इस आ6र्स के लाइसेंस के लिए आवेदन किया है। मालूम हो कि हर साल करीब 500 से ज्यादा लोग आ6र्स लाइसेंस के लिए आवेदन देते हैं, लेकिन कुछ ही आवेदकों को यह मिल पाता है।

दो एमएल व तीन महिला भी हैं आवेदक (बॉ1स)

आ6र्स मजिस्ट्रेट के द3तर में आ6र्स लाइसेंस के लिए जितने आवेदन आए हैं, उनमें दो विधायक व तीन महिलाएं भी शामिल हैं। विधायक डॉ जीतू चरण राम और राम कुमार पाहन ने आ6र्स लाइसेंस के लिए आवेदन दिया है। इधर, कमड़े की रहने वाली एक महिला ने जनवरी महीने में रिवाल्वर के लिए आवेदन दिया था, नौ महीने बाद उन्हे लाइसेंस नही मिला तो सितंबर में उन्होंने फिर से आवेदन जमा किए हैं।

रांची जिले में 4000 के पास है आ6र्स लाइसेंस (बॉ1स)

आ6र्स मजिस्ट्रेट ऑफिस से मिले आंकड़ों के मुताबिक, वर्तमान में आ6र्स लाइसेंसधारियों की सं2या 4000 के लगभग है। ऑफिस में हर माह औसतन 30 से ज्यादा लाइसेंस के लिए आवेदन आते हैं। आ6र्स मजिस्ट्रेट राजेश कुमार सिंह के मुताबिक, लाइसेंस के लिए सैकड़ों आवेदन आते हैं, लेकिन समीक्षा के बाद हर महीने चार से पांच लाइसेंस इश्यू करते हैं।

आ6र्स लाइसेंस के लिए यह है प्रॉसेस (बॉ1स)

आ6र्स लाइसेंस लेने के लिए एक हजार रुपए के चालान के साथ आवेदन डीसी ऑफिस में जमा करना होता है। यहां से सभी आवेदनों को संबंधित थानों को भेजा जाता है। थानेदार वैरीफिकेशन के बाद आवेदनों को सर्किल इंस्पे1टर के पास भेजते हैं। यहां से जांच के बाद आवेदन सिटी एसपी के पास आता है, जिसे फिर एसएसपी को फारवर्ड किया जाता है। इसके बाद आवेदन फिर से डीसी ऑफिस वापस आता है। डीसी इसे फिर से जांच के लिए एसडीओ को प्रेषित करते हैं। एसडीओ की जांच रिपोर्ट के आधार पर आवेदन को आयु1त के पास भेजा जाता है। आयु1त के अनुशंसा पर ही आवेदक को आ6र्स लाइसेंस इश्यू किया जाता है।

वर्जन

आ6र्स लाइसेंस के लिए आवेदन करने वालों में ज्यादातर कारोबार जगत से जुड़े होते हैं। इतना ही ज्यादातर रिवॉल्वर के लाइसेंस के लिए अप्लाई करते हैं। हर लेवल पर प्रॉपर जांच के बाद ही लाइसेंस इश्यू किए जाते हैं।

राजेश कुमार सिंह

आ6र्स मजिस्ट्रेट, रांची