- अगस्त 2014 में आयोजित हुई भर्ती में फर्जी प्रमाण पत्रों के भरोसे सेना में शामिल हुए थे 16 अभ्यर्थी।

BAREILLY:

सेना भर्ती में फर्जी डॉक्यूमेंट के जरिए भर्ती होने का मामला थम नहीं रहा है। एक के बाद एक लगातार हो रहे खुलासे से सेना के अधिकारी भी सकते में आ गए हैं। फतेहगढ़ भर्ती में होने वाले फर्जीवाड़ा का मामला चल ही रहा था कि वेडनसडे को बरेली में हुई भर्ती में फर्जी डॉक्यूमेंट का इस्तेमाल किए जाने के मामले का खुलासा हो गया। ट्रेनिंग पर भेजे गए युवकों के प्रमाण पत्रों की जांच जारी थी। वेडनसडे को भर्ती अधिकारी कर्नल राजीव दीक्षित ने बताया कि जांच में करीब 16 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए हैं। जिस पर कार्रवाई के लिए रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को सौंप दी है।

डॉक्यूमेंटेशन में पकड़ा गया मामला

वर्ष 2014 में 22 से 30 अगस्त तक सीधी भर्ती आयोजित की गई थी। जिसमें पीलीभीत, बरेली, बदायूं, रामपुर, शाहजहांपुर समेत रिलेशनशिप भर्ती हुई थी। इसमें करीब 26 हजार से ज्यादा की तादाद में अभ्यर्थियों ने अपना दम दिखाया था, लेकिन भर्ती के विभिन्न प्रक्रियाओं से गुजरने में करीब साढ़े चार सौ अभ्यर्थी सफल हुए थे। जिन्हें हाल ही में ट्रेनिंग पर भेज दिया गया था, लेकिन दूसरी ओर भर्ती प्रक्रिया के बाबत डॉक्यूमेंटेशन की कार्रवाई चल रही थी। इसमें करीब 16 अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा पाया गया है। गौरतलब है कि अभ्यर्थियों के निवास प्रमाण पत्र और मार्कशीट फर्जी पाए गए हैं।