-'टाटानगर' नाम वाला यह आर्मर्ड व्हीकल 1942 मॉडल का है

-बिना देखभाल के 70 साल से पड़े थे आर्मर्ड व्हीकल्स

-एक व्हीकल को तीन मार्च को किया गया था टाटा स्टील के हवाले

-दूसरे आर्मर्ड व्हीकल को भी टाटा मोटर्स ने किया दुरुस्त

-स्पेशलिस्ट टीम को टाटा मोटर्स के प्लांट हेड ने किया सम्मानित

JAMSHEDPUR : सोनारी स्थित आर्मी कैंप में पिछले 70 साल से पड़े एक आर्मर्ड व्हीकल को टाटा मोटर्स के इंजीनियर्स ने रोड पर दौड़ा दिया। टाटा मोटर्स के जीएम (एडमिनिस्ट्रेशन) कैप्टन पीजे सिंह के नेतृत्व में इस चैलेंज को कंपनी के इंजीनियर्स की टीम ने पूरा किया। इसके लिए टाटा मोटर्स के प्लांट हेड एबी लाल ने सभी को मोमेंटो देकर सम्मानित किया।

है क्9ब्ख् का मॉडल

'टाटानगर' नाम वाला यह आर्मर्ड व्हीकल क्9ब्ख् मॉडल का है। इसे दुरुस्त करने के बाद टाटा मोटर्स की जमशेदपुर इकाई में इसका अनावरण किया। इसमें फोर्ड वी8 इंजन का यूज किया गया है। इसके अलावा रेलवे की भी हेल्प ली गई है। इसके साथ ही आर्मर्ड प्लेट्स, एक्सल व टायर टाटा स्टील से लिए गए हैं।

पहले किया गया टाटा स्टील के हवाले

इससे पहले भी टाटा मोटर्स ने इसी तरह के एक और आर्मर्ड व्हीकल 'टाटानगर' को तैयार किया था। पहले आर्मर्ड व्हीकल को टाटा संस के चेयरमैन सायरस पी मिस्त्री ने इसी साल तीन मार्च को टाटा स्टील के एमडी टीवी नरेंद्रन को हैंडओवर ि1कया था।

यूं ही पड़े थे

दोनों आर्मर्ड व्हीकल पिछले 70 साल से बिना देखभाल के यूं ही पड़े थे। टाटा मोटर्स की इसपर नजर पड़ी और स्पेशलिस्ट की टीम जिसमें इंजीनियरिंग एंड रिसर्च सेंटर, जेनरल एडमिनिस्ट्रेशन व कैपिटल इक्विपमेंट मैन्यूफैक्चरिंग टीम ने काफी प्रयास के बाद इसकी खोयी गरिमा को वापस लाया।