ऐसी है जानकारी
अरुणिमा ने अब एशिया के बाहर इस सबसे ऊंचे पर्वत की चोटी पर पहुंचकर भी वहां भारत के नाम का फतेह का झंडा फहराया है। इस बारे में खुद अरुणिमा ने बताया कि वह अर्जेंटीना में स्थित 6,962 मीटर ऊंची माउंट अकोनगुआ पर्वत की चोटी पर 25 दिसंबर को पहुंची थीं। 25 दिसंबर शाम 4.30 बजे उन्होंने इस कामयाबी को हासिल कर लिया था।

पहुंच चुकी हैं अब तक 5 सबसे ऊंची चोटियों पर
गौरतलब है कि अब तक अरुणिमा मिशन 7 समिट के तहत दुनिया की पांच सबसे ऊंची पर्वत चोटियों पर पहुंच चुकी हैं। अपने कृत्रिम पैर के सहारे इतनी ऊंचाई पर पहुंचने वाली वह दुनिया की अब पहली महिला बन गई हैं। इसके आगे के अपने प्रोजेक्ट के बारे में उन्होंने बताया कि जल्द ही अब वह अन्य बची दो पर्वत चोटियों पर भी फतेह हासिल करने के इरादे में हैं।

2011 में गंवा दिया था अपना एक पैर
उन्होंने इसके आगे बताया कि इस चढ़ाई में उनके साथ उनके सहयोगी ओम प्रकाश और गाइड के तौर पर मारिया भी मौजूद थीं। चढ़ाई के बारे में उन्होंने बताया कि 12 दिसंबर को उन्होंने चढ़ाई शुरू कर दी थी। गौरतलब है कि 2011 में एक ट्रेन हादसे में अरुणिमा ने अपना बायां पैर गंवा दिया था। इसके बाद 21 मई 2013 में इन्होंने कृत्रिम पैर के सहारे एवरेस्ट पर चढ़ाई कर सबको चौंका दिया था। इनकी इस उपलब्िध पर इनको पद्मश्री सम्मान से भी नवाजा जा चुका है।

inextlive from Sports News Desk