ग्रेजुएट करके बना वेटर
26 साल के पॉल पढ़ाई में काफी तेज थे। उन्होंने सेन फ्रांसिस्को के ही एक कॉलेज से ग्रेजुएट किया। इसके बाद कहीं जॉब न मिलने के कारण मजबूरीवश उन्हें होटल में वेटर वाला काम करना पड़ा। इस दौरान उन्होंने 3 महीने का कंम्यूटर प्रोग्रामिंग एंड डाटा एनालिसिस का कोर्स कर लिया। यही उनके जीवन का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ। अब वह डाटा सांइटिस्ट के तौर पर 1 लाख डॉलर प्रति साल कमा रहे हैं। पॉल कहते हैं कि सिक्स फिगर में सैलरी मिलना मेरे जीवन का सबसे खुशनुमा पल है।
सॉफ्टवेयर इंजीनियर की बेहद डिमांड
इंटरनेट की दुनिया का जिस तरह से विस्तार हो रहा है, उसे देखते यूएस में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की डिमांड बढ़ गई है। इंटरनेट की दिग्गज कंपनियां गूगल और फेसबुक बढ़ते चैलेंज को देखते हुए टैलेंटेड इंप्लॉय को हॉयर कर रहे हैं। ये कंपनियां कंप्टीशन के चलते एक-दूसरे से आगे निकलने की चाहत रखती हैं। ऐसे में सॉफ्टवेयर प्रोग्रामर के जरिए नए-नए गेम्स और फीचर्स लॉनच करके यूजर्स को अट्रैक्टिव करना चाह रही हैं।
यूएस में कोडिंग का है ट्रेंड
पॉल मिंटन ने वेटर रहते हुए जब 3 महीने का कोडिंग वाला कोर्स किया तो उन्हें यह विश्वास नहीं था कि इतनी अच्छी जॉब मिल जाएगी। हालांकि कंट्री में कोडिंग स्कूल में ग्रेजुएट क्लॉसेज का ट्रेंड सा चल गया है। हर साल तकरीबन 16,000 स्टूडेंट्स ग्रेजुएट करके निकल रहे हैं। ये सभी कम्प्यूटर प्रोग्रामिंग में करियर बनाने की चाह रखते हुए जॉब की तलाश में निकल पड़ते हैं। इन्ही में से एक पॉल मिंटन भी थे। हालांकि इसमें 20 से 30 साल तक के लोग ही इस फील्ड में नजर आते हैं।
Courtesy : www.nytimes.com
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