भोपाल की तरह बरेली में भी क्यारा ब्लाक में प्रोजेक्ट होगा स्टार्ट

कुपोषण पर रोक लगाने के लिए डीएम ने तैयार की प्लानिंग

जिला कार्यक्रम अधिकारी व चीफ साइंटिस्ट एनआईजी जाएंगे भोपाल ट्रेनिंग के लिए

<भोपाल की तरह बरेली में भी क्यारा ब्लाक में प्रोजेक्ट होगा स्टार्ट

कुपोषण पर रोक लगाने के लिए डीएम ने तैयार की प्लानिंग

जिला कार्यक्रम अधिकारी व चीफ साइंटिस्ट एनआईजी जाएंगे भोपाल ट्रेनिंग के लिए

BAREILLY:

BAREILLY: भोपाल की तर्ज पर अब बरेली में भी आंगनबाड़ी वर्कर्स टैबलेट पर वर्क करते नजर आएंगी। गांवों की तस्वीर बदलने के लिए डीएम ने इसके लिए पूरी तैयारी कर ली है। इसका मेन फोकस बच्चों के कुपोषण पर रोक लगाना है। आंगनबाड़ी वर्कर्स, एएनएम व आशा बहुओं की हेल्प से गांवों की हेल्थ का सारा डाटा फीड करेंगी। इसकी शुरुआत क्यारा ब्लाक के गांवों से की जाएगी। इसे लोकवाणी के तहत अटैच किया जाएगा। जल्द ही डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम आफिसर और एनआईसी की चीफ साइंटिस्ट भोपाल में ट्रेनिंग के लिए जाएंगे।

मैनुअली आती हैं कई गड़बडि़यां

गांवों में आंगनबाड़ी केंद्रों पर नेशनल विलेज हेल्थ प्रोग्राम की मीटिंग होती है। लेकिन ये मीटिंग सिर्फ खानापूर्ति बनकर रह जाती है। इसके अलावा गांवों में रहने वाले लोगों का रिकार्ड भी सिर्फ मैनुअली ही तैयार किया जाता है। मैनुअली रिकार्ड में कई तरह की गड़बडि़यां भी पायी जाती हैं। कुछ दिनों पहले बच्चों के कुपोषण के डाटा तैयार करने में भी बड़ा खेल सामने आया था। इन्हीं गड़बडि़यों पर लगाम लगाने के लिए डीएम ने नई प्लानिंग की है।

भोपाल में एनआईसी से हुई बात

डीएम संजय कुमार ने एनआईसी के चीफ साइंटिस्ट मनोज शर्मा के साथ मीटिंग में कहा कि भोपाल में गांवों में होने वाली नेशनल विलेज हेल्थ प्रोग्राम की मीटिंग का सारा डाटा टैबलेट पर कलेक्ट किया जाता है। सारा डाटा आनलाइन भी किया जाता है। जिसकी वजह से गांव में रहने वाले प्रत्येक व्यक्ति की हेल्थ की पूरी डिटेल सही निकलकर सामने आ जाती है। उन्होंने तुरंत भोपाल की एनआईसी से संपर्क करने और सीडीओ से बात कर उन्हें टीम के साथ भोपाल जाने के निर्देश दिए।

लोकवाणी से किया जाएगा अटैच

डीएम के निर्देश पर चीफ साइंटिस्ट ने सीडीओ से भी बात की। जिसके बाद डिसाइड हुआ कि डिस्ट्रिक्ट प्रोग्राम आफिसर और चीफ साइंटिस्ट ख्म् जनवरी के बाद भोपाल के लिए रवाना हो जाएंगे। वहां पर कुछ दिनों की ट्रेनिंग के बाद प्रोजेक्ट को बरेली में स्टार्ट कर दिया जाएगा। सीडीओ ने इसके लिए क्यारा ब्लाक डिसाइड किया है। इस प्रोजेक्ट के तहत आंगनबाड़ी वर्कर्स को टैबलेट प्रोवाइड कराए जाएंगे। इन पर गांवों की हेल्थ का सारा डाटा फीड किया जाएगा। इसे लोकवाणी से अटैच किया जाएगा जिससे सारा डाटा आनलाइन भी हो जाएगा।

आंगनबाड़ी वर्कर्स जल्द ही टैबलेट पर वर्क करती नजर आएंगी। जल्द ही टीम भोपाल में ट्रेनिंग के लिए जाएगी जिसके बाद क्यारा ब्लाक में प्रोजेक्ट स्टार्ट कर दिया जाएगा।

मनोज शर्मा, चीफ साइंटिस्ट एनआईसी