-अमेरिका व चीन का बजट

भारत से 50 गुना अधिक

-जल्द ही स्मार्ट फोन में होगा लैब: प्रो। आशुतोष

VARANASI

नैनो टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में इंडिया आज दुनिया में तीसरे नंबर पर है। जबकि इस पर भारत ने दस साल पहले ही काम करना स्टार्ट किया था। बुधवार को ये बातें साइंस एंड टेक्नोलॉजी मिनिस्ट्री के सेक्रेट्री प्रो। आशुतोष शर्मा ने महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गेस्ट हाउस में मीडिया से बातचीत में कहीं। वह विद्यापीठ के कन्वोकेशन में बतौर चीफ गेस्ट शामिल होने आए थे। उन्होंने कहा कि अमेरिका व चीन का बजट इंडिया से पचास गुना अधिक है। ऐसे में भारत कम खर्च में अधिक इनपुट दे रहा है।

स्मार्ट फोन से फूड क्वालिटी की जांच

प्रो। आशुतोष ने कहा कि सेंसर, बायो सेंसर, डिजिटल डिफेंस, लैब में नैनो का प्रयोग तेजी से हो रहा है। इस क्रम में लेबोरेटरी में सेंसर लगाने के दिशा में कार्य हो रहा है। ऐसे में जल्द ही लोगों के जेब में लेबोरेटरी होगी। कहा कि स्मार्ट फोन के माध्यम से ब्लड प्रेशर सहित अन्य की जांच अब संभव है। ऐसे में जल्द ही फूड व वॉटर क्वालिटी की जांच भी स्मार्ट फोन के माध्यम से संभव होगा। अब तक सन् ख्0ख्0 की परिकल्पना को लेकर देश में डेवलपमेंट किया जा रहा था। पर अब सन् ख्0फ्भ् टारगेट है। इसको ध्यान में रखते हुए टेक्नोलॉजी को डेवलप किया जा रहा है। डीएसटी सुपर कंप्यूटिंग मिशन पर ब्भ्00 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना बनाया है। इसके तहत करीब 70 सुपर कंप्यूटर स्थापित करने की योजना है।