RANCHI:झारखंड विधानसभा चुनाव के अंतिम चरण में आज संताल परगना की 16 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। इसके साथ ही झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए मतदान संपन्न हो जाएगा। इसके बाद सबकी निगाहें 23 दिसंबर को होने वाली मतगणना पर टिकी रहेंगी। वहीं, इस बार का झारखंड विधानसभा चुनाव कई मायनों में पिछले विधानसभा चुनावों अलग रहा। चार चरण के चुनाव में अब तक फ्री एंड फेयर इलेक्शन हुआ है। चुनाव में हिंसा की घटनाएं भी नहीं हुई है। साल 2009 के मुकाबले हर चरण में मतदान का प्रतिशत भी बढ़ा है। उम्मीद है अंतिम चरण का चुनाव भी शनिवार को शांतिपूर्वक संपन्न हो जाएगा। शाम पांच बजे के बाद एग्जिट पोल भी आने शुारू हो जाएंगे। लेकिन अब तक के इस चुनाव में जो ट्रेंड देखने को मिला है, उसके मुताबिक कई नई चीजें देखने को मिल रही हैं। प्रस्तुत है आई नेक्स्ट की रिपोर्ट-

बीजेपी-जेएमएम के बीच ही रहा मुकाबला

झारखंड विधानसभा चुनाव में इस बार मुख्य मुकाबला राज्य में सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी के बीच ही देखने को मिला है। इन दोंनों पार्टियों के बीच कांटे की टक्कर दिख रही है, जबकि कांगे्रस और झारखंड विकास मोर्चा जैसी पार्टियां दूसरे और तीसरे नंबर पर ही उभरकर सामने आ रही हैं। बात अगर चुनाव प्रचार, चुनावी रणनीति और प्रत्याशियों की हो, तो बीजेपी और जेएमएम ही सब पर भारी पड़ते नजर आए हैं। बीजेपी की तरफ से जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह स्टार प्रचारक रहे, वहीं जेएमएम की तरफ से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और शिबू सोरेन ने मोर्चा संभाला। पलामू से लेकर कोल्हान, छोटनागपुर से लेकर कोयलांचल और अब संताल हर जगह बीजेपी और जेएमएम ही आपस में टकराते दिखे रहे हैं। हालांकि कई सीटों पर कांगे्रस, जेवीएम, आरजेडी, जेडीयू और निर्दलियों ने भी कड़ा मुकाबला दिया है, लेकिन यह तो तय माना जा रहा है कि सत्ता का फाइनल बीजेपी और जेएमएम में से कोई एक ही जीतेगा।