जीएसटी लागू होने के बाद यूपी का टै1स हो गया कम

सेल टै1स और ए1साईज डिपार्टमेंट के अधिकारी करेंगे छापेमारी

कमिश्नर सेल टै1स ने व्यापारियों पर शिकंजा कसने का दिया आदेश

बुधवार को सात घंटे की वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बनाई गई रणनीति

ALLAHABAD: पूरे देश में जीएसटी लागू होने के पांच महीने तक व्यापारियों को राहत देने के बाद अब यूपी गवर्नमेंट ने व्यापारियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है। पंद्रह दिसंबर की रात बारह बजे के बाद ई-वे बिल के बगैर 5ोजे गए माल को रोकने के साथ ही ट्रक 2ाड़ी करा दी जाएगी। यही नहीं सेल्स टै1स डिपार्टमेंट के साथ ही ए1साइज डिपार्टमेंट के अधिकारियों की ज्वॉइंट टीम छापेमारी करेगी।

आठ घंटे तक चली मंत्रणा

जीएसटी लागू होने के बाद जुलाई महीने में जहां बड़े पैमाने पर राजस्व की वसूली हुई थी, वहीं नवंबर में राजस्व वसूली में काफी गिरावट आई है। इसके मद्देनजर सेल्स टै1स कमिश्नर मुकेश मेश्राम ने बुधवार को दिन में 11 बजे से लेकर शाम सात बजे तक कई चरणों में सेल टै1स डिपार्टमेंट इलाहाबाद के अधिकारियों के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग की। इसमें उन्होंने कर निर्धारण अधिकारी, सचल दल और एसआईबी को आदेश दिया कि कर चोरी पर लगाम लगाई जाए।

गलत ढंग से आईटीसी 1लेम तो नहीं कर रहे हैं?

सेल टै1स डिपार्टमेंट के स5ाी 2ांड अधिकारियों से अपने 2ांड के 50 बड़े व्यापारियों का लिस्ट तैयार करने का आदेश दिया है, ताकि उनकी जांच कराई जा सके। जिन्होंने ई-वे बिल का प्रयाग किया है और राजस्व कर दिया है या नहीं दिया है। इसकी जांच करें कि किन व्यापारियों ने पिछले साल की तुलना में राजस्व कम दिया है? स्टॉक पर 1या किया है? गलत ढंग से आईटीसी 1लेम तो नहीं कर रहे हैं? आईटीसी बचाकर उसकी आड़ में माल तो नहीं बेच रहे हैं? इसके लिए छापे की कार्रवाई की जाए, सचल दल द्वारा माल पकड़ा जाए। सेल्स टै1स कमिश्नर ने अधिकारियों से कहा कि अधिक से अधिक बिल कले1ट किया जाए। जिन्होंने नए पंजीयन लिए हैं और रिटर्न नहीं दे रहे हैं उनकी जांच की जाए। दुकान चल रही है, रिटर्न नहीं दे रहे हैं तो सस्पेंड करके कार्रवाई की जाए।

दिल्ली से आ रहे माल पर र2ों नजर

कमिश्नर ने कहा कि जीएसटी लागू होने के बाद दिल्ली में राजस्व सबसे अधिक बढ़ा है। 1योंकि बड़े पैमाने पर माल फर्जी बिलों से बाहर 5ोजा जाता है। एसजीएसटी लेकर लोकल पर्चा पर माल काट दिया जा रहा है। जिससे दिल्ली का राजस्व बढ़ रहा है। अन्य राज्यों का राजस्व कम हो रहा है। 1योंकि दिल्ली से बड़े पैमाने पर माल अन्य राज्यों में आता है। जिसमें यूपी नंबर वन पर है। इसलिए दिल्ली से आने वाले सामानों पर विशेष नजर र2ाी जाए।

जो माल पकड़ा जा रहा है, उसको लाने वाले व्यापारियों का रजिस्ट्रेशन कराया जाए। फिर माल छोड़ा जाए। लेकिन ऐसा नहीं होता है। पैसा लेकर माल छोड़ दिया जाता है। कमिश्नर चाहते हैं कि ए1ट के अनुसार सारे काम हों, लेकिन नीचे के अधिकारी ए1ट मानने को तैयार नहीं हैं।

-संतोष पनामा

संयोजक

उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार कल्याण समिति

15 दिसंबर की रात 12 बजे के बाद 16 दिसंबर की डेट से 20 वस्तुओं पर ई-वे बिल क6पलसरी हो जाएगा। ई-वे बिल न होने पर 16 दिसंबर से गाडि़यां 2ाड़ी होनी शुरू हो जाएंगी। जैसे वुड एंड टिंबर लि2ा है तो वुड एंड टिंबर से लकड़ी से संबंधित जितने सामान हैं, जैसे प्लाईवुड है तो वह 5ाी उसमें शामिल रहेगा। एनफोर्समेंट को और टाइट किया जाएगा। ए1साइज को 5ाी साथ में लेकर कार्रवाई की जाएगी। ज्वॉइंट कार्रवाई की जाएगी। जीएसटी लागू होने के बाद टै1स कम नहीं हुआ है। पिछले वर्ष नवंबर की अपेक्षा इस वर्ष नवंबर में टै1स कम नहीं है। बल्कि जुलाई 2017 में जो टै1स आया था, उसकी अपेक्षा नवंबर में जो टै1स आया है, वह कुछ कम है।

-राम प्रसाद

असिस्टेंट कमिश्नर, ग्रेड-टू